1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपनी वीरता और साहस के लिए प्रसिद्ध हुए नायक निहाल सिंह का बुधवार को निधन हो गया। नायक निहाल सिंह ने पाकिस्तान की सीमा पर दुश्मन के गढ़ को चुनौती दी और 8 दुश्मनों को बंधक बनाकर भारत की सीमा में ले आए।
नायक निहाल सिंह का जन्म ओजटू गाँव में हुआ था, जो राजस्थान के झुंझुनू जिले में स्थित है। उन्होंने भारतीय सेना में सेवा की और 1971 के युद्ध में अपनी वीरता से लोगों का मन मोह लिया।
उन्होंने भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान की सीमा पर तैनात होकर दुश्मन के विरुद्ध उत्कृष्ट पराक्रम दिखाया। दुश्मन के असलहों से भरे ट्रक सीमा की तरफ आते देख निहाल सिंह ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए दोनो ट्रक को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान, उन्होंने अपनी स्टेन गन से 68 फायर किए और 24 दुश्मनों को मार गिराया। इसके बाद, नायक निहाल सिंह व उनके साथी दुश्मन के आठ सैनिकों को बंधक बनाकर अपने कंधो पर उठा कर भारत की सीमा में ले आए।
नायक निहाल सिंह को उनकी वीरता के लिए तात्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरी ने वीर चक्र से सम्मानित किया था। उनके निधन पर उनके परिवार और क्षेत्रवासीयों मे शोक की लहर है।
नायक निहाल सिंह के निधन पर सैनिक कल्याण बोर्ड से जयकरण डांगी, पूर्व सरपंच शीशराम डांगी, मंडल अध्यक्ष संत कुमार भांबू, डॉ हवासिंह भांबू, कैप्टन हरलाल सिंह डांगी, इंद्रराज डांगी, सुरेश कटेवा, नरेश कटेवा आदि लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अंतिम विदाई दी।
नायक निहाल सिंह का निधन एक अपूर्णता का ही संदेश है, लेकिन उनके साहस और बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा। समाचार झुंझुनू 24 ऐसे नायक को सम्पूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हैं और उनके प्रेरणादायक जीवन को सलाम करता है।