Friday, April 18, 2025
Homeदेशनवकार महामंत्र दिवस पर बोले PM मोदी– ‘बाहरी नहीं, भीतर के दुश्मन...

नवकार महामंत्र दिवस पर बोले PM मोदी– ‘बाहरी नहीं, भीतर के दुश्मन सबसे ख़तरनाक’

नई दिल्ली: आज नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में ‘विश्व नवकार महामंत्र दिवस’ का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें देश-विदेश से हजारों श्रद्धालुओं और जैन संतों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम की विशेषता रही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति, जिन्होंने अन्य गणमान्य अतिथियों और श्रद्धालुओं के साथ ‘नवकार महामंत्र’ का सामूहिक जाप कर इस दिवस को और अधिक प्रभावशाली बना दिया।

Advertisement's
Advertisement’s

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: जैन धर्म आत्मविजय की प्रेरणा देता है

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,

“नवकार महामंत्र हमें सिखाता है कि असली विजय बाहर के युद्धों में नहीं, बल्कि अपने भीतर के दोषों, नकारात्मकताओं और अहंकार पर विजय पाने में है। जैन धर्म बाह्य दुनिया से अधिक आत्मविश्वास और आत्मविजय की प्रेरणा देता है।”

उन्होंने आगे कहा कि नकारात्मक सोच, अविश्वास, वैमनस्य और स्वार्थ जैसे आंतरिक शत्रु ही असली दुश्मन हैं। नवकार महामंत्र इन्हें पराजित करने का मार्ग दर्शाता है।

“नवकार महामंत्र सिर्फ मंत्र नहीं, यह आस्था का केंद्र है” – पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने नवकार महामंत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा:

“यह मंत्र केवल उच्चारण की विधि नहीं, बल्कि आस्था, श्रद्धा और जीवन के मूल्यों का सार है। इसके प्रत्येक पद, प्रत्येक अक्षर में आध्यात्मिक ऊर्जा समाहित है। यह जन से जग तक की यात्रा का प्रतीक है।

विकसित भारत के संकल्प से जोड़ा नवकार महामंत्र का दर्शन

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में विकसित भारत की परिकल्पना से भी नवकार महामंत्र के दर्शन को जोड़ा। उन्होंने कहा:

“नव का हमारी संस्कृति में विशेष महत्व है। जीवन के 9 तत्व पूर्णता की ओर ले जाते हैं। नवकार महामंत्र का यह दर्शन ‘विकास भी, विरासत भी’ की सोच से जुड़ा हुआ है। विकसित भारत वह होगा जो प्रगति की ऊंचाइयों को छुएगा लेकिन अपनी जड़ों से कभी कटेगा नहीं।”

Advertisement's

Advertisement’s

पूर्व अनुभव का स्मरण: बंगलुरू का सामूहिक जाप

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज विज्ञान भवन में मंत्रोच्चार के दौरान उन्होंने वही आध्यात्मिक ऊर्जा महसूस की, जो कुछ वर्ष पूर्व बंगलुरू में एक सामूहिक नवकार महामंत्र जाप कार्यक्रम में अनुभव की थी। उन्होंने इसे “गहराई में उतरने वाली अनुभूति” बताया।

- Advertisement -
समाचार झुन्झुनू 24 के व्हाट्सअप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें
- Advertisemen's -

Advertisement's

spot_img
Slide
Slide
previous arrow
next arrow
Shadow
RELATED ARTICLES
- Advertisment -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

- Advertisment -

Recent Comments

error: Content is protected !!