नई दिल्ली: कोरोना वायरस एक बार फिर देश में अपनी दस्तक दे चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 6,491 तक पहुंच चुकी है। इस बीच, इंडियन सार्स-कोव-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने कोरोना के नए वेरिएंट ‘XFG’ की पुष्टि की है, जो ओमिक्रॉन उपवेरिएंट से विकसित हुआ है।

XFG वेरिएंट की पुष्टि, देशभर में 163 केस
INSACOG की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक देश के विभिन्न राज्यों से 163 मामलों में XFG वेरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। राज्यवार आंकड़े इस प्रकार हैं:
राज्य | XFG वेरिएंट के केस |
---|---|
महाराष्ट्र | 89 |
तमिलनाडु | 16 |
केरल | 15 |
गुजरात | 11 |
आंध्र प्रदेश | 6 |
मध्य प्रदेश | 6 |
पश्चिम बंगाल | 6 |
यह वेरिएंट सबसे पहले कनाडा में सामने आया था और अब भारत समेत कई देशों में फैल चुका है।
XFG वेरिएंट क्या है? कितना खतरनाक है?
XFG वेरिएंट दरअसल ओमिक्रॉन उपवेरिएंट का ही एक नया रूप है, जिसमें कई महत्वपूर्ण म्यूटेशन (His445Arg, Asn487Asp, Gln493Glu और Thr572Ile) पाए गए हैं। The Lancet मेडिकल जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, ये म्यूटेशन वायरस को अधिक संक्रामक बनाते हैं और यह टीकाकरण से बनी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी प्रभावित कर सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह वेरिएंट अन्य वेरिएंट्स की तुलना में तेजी से फैलने में सक्षम है और संक्रमण की नई लहर की आशंका को जन्म देता है।
राज्यवार कोरोना की स्थिति
कोविड-19 के सक्रिय मामलों की बात करें तो केरल इस समय सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। देखिए राज्यवार सक्रिय मामलों की संख्या:
राज्य | सक्रिय मामले |
---|---|
केरल | 1,957 |
महाराष्ट्र | 1,212 |
कर्नाटक | 878 |
गुजरात | 547 |
दिल्ली | 412 |
पश्चिम बंगाल | 364 |
उत्तर प्रदेश | 321 |
तमिलनाडु | 268 |
हरियाणा | 203 |
बीते 24 घंटों में देशभर में कोरोना के 385 नए केस सामने आए हैं।

कोरोना से अब तक कितनी मौतें?
हालांकि राहत की बात है कि बीते 24 घंटों में किसी मरीज की मौत की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन 1 जनवरी 2025 से अब तक कुल 65 मौतें कोरोना के कारण दर्ज की गई हैं। ये मौतें निम्न राज्यों से रिपोर्ट हुई हैं:
उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, गुजरात और दिल्ली।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी
विशेषज्ञों का मानना है कि XFG वेरिएंट के चलते संक्रमण की एक नई लहर का खतरा बना हुआ है। यह वेरिएंट न केवल तेजी से फैलता है, बल्कि टीकों द्वारा विकसित प्रतिरक्षा को भी चुनौती दे सकता है।
डॉ. एस.पी. शर्मा (वायरोलॉजिस्ट, AIIMS) के अनुसार, “XFG की जीनोमिक संरचना इसे अधिक संक्रामक बनाती है। बुजुर्ग, कम इम्यूनिटी वाले और पहले से बीमार लोग इस वेरिएंट से अधिक खतरे में हैं।”