महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बीच भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में गुरुवार शाम 5.30 बजे आयोजित भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजगशासित 19 राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
देवेंद्र फडणवीस के साथ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, शिंदे की ओर से अंतिम समय तक उपमुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही।
भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद फडणवीस का दावा पेश
बुधवार को महाराष्ट्र विधानभवन के सेंट्रल हॉल में भाजपा विधायक दल की बैठक आयोजित हुई। बैठक में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने केंद्रीय पर्यवेक्षक की भूमिका निभाई। इस दौरान देवेंद्र फडणवीस को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया।
चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार ने फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव के समर्थन में विधायकों ने फडणवीस की माताजी सरिताताई फडणवीस का नाम जोड़कर सम्मानपूर्वक उन्हें नेता चुना।
शिंदे की भूमिका पर बना असमंजस
शपथ ग्रहण से पहले एकनाथ शिंदे को लेकर असमंजस का माहौल बना रहा। सूत्रों के अनुसार, शिंदे गृहमंत्रालय के साथ उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी चाहते थे। देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार देर शाम शिंदे के सरकारी आवास ‘वर्षा’ पर जाकर उन्हें सरकार में शामिल होने का आग्रह किया। इसके बावजूद शिंदे ने कोई ठोस बयान नहीं दिया।
शिंदे ने राजभवन में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “2022 में फडणवीस ने मुझे मुख्यमंत्री बनने का समर्थन दिया था, अब हम उन्हें समर्थन दे रहे हैं। हम सभी मिलकर राज्य में स्थिर और मजबूत सरकार बनाएंगे।”
अजित पवार ने कहा, “मैं शपथ ले रहा हूं”
राकांपा नेता अजित पवार ने फडणवीस सरकार को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में मजाकिया लहजे में कहा, “इनका (शिंदे का) तो पता नहीं, लेकिन मैं कल शपथ जरूर लूंगा।”
अजित पवार ने अपने दल के विधायकों के साथ मिलकर फडणवीस सरकार को समर्थन देने की बात दोहराई। शिवसेना के शिंदे गुट के विधायक भी चाहते थे कि शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करें।
फडणवीस का संदेश: “इस जीत से हमारी जिम्मेदारी बढ़ी”
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद फडणवीस ने कहा, “यह चुनाव ऐतिहासिक है। जनता ने हमें भारी जनादेश देकर ‘मोदी है, तो मुमकिन है’ पर भरोसा जताया है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस विश्वास को बनाए रखें।”
फडणवीस ने आगे कहा, “2019 में हमारा जनादेश चुराया गया था, लेकिन 2022 में मित्र दलों के साथ हमें पुनः सरकार बनाने का अवसर मिला है। अब हमें जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना है।”
भव्य शपथ ग्रहण समारोह
दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में हुए इस शपथ ग्रहण समारोह में भव्य आयोजन देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति ने समारोह को विशेष बना दिया। भाजपा के शीर्ष नेताओं और 19 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने समारोह में भाग लिया।