नई दिल्ली: दिवाली से पहले छोटे उद्यमियों को राहत देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन की सीमा में बड़ा बदलाव किया है। अब इस योजना के अंतर्गत उद्यमियों को 20 लाख रुपए तक का लोन मिल सकेगा। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की, जिसमें बताया गया कि यह निर्णय देश में नए उद्यमियों और छोटे व्यापारियों को अधिक सहूलियत देने के लिए लिया गया है।
वित्त मंत्री ने बजट में की थी घोषणा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को केंद्रीय बजट के दौरान इस वृद्धि का ऐलान किया था। अब इस घोषणा को लागू कर दिया गया है। यह कदम उन छोटे उद्यमियों के लिए विशेष रूप से सहायक साबित होगा जो अपने व्यवसाय को विस्तार देना चाहते हैं लेकिन पूंजी की कमी के कारण बाधित हो रहे हैं।
तरुण प्लस श्रेणी में अब मिलेगा 20 लाख तक का लोन
सरकार ने अधिसूचना में बताया कि “तरुण प्लस” श्रेणी के तहत अब 10 लाख रुपए से अधिक और 20 लाख रुपए तक का लोन दिया जाएगा। हालांकि, यह लोन केवल उन उद्यमियों के लिए उपलब्ध होगा जिन्होंने पहले का लोन सफलतापूर्वक चुका दिया है। इससे लोन लेने वाले छोटे उद्यमियों को अपना व्यापार बढ़ाने का अवसर मिलेगा और उनकी वित्तीय जरूरतें पूरी हो सकेंगी।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत 8 अप्रैल, 2015 को हुई थी। इस योजना का उद्देश्य गैर-कॉरपोरेट, गैर-कृषि छोटे और सूक्ष्म उद्यमियों को बिना गारंटी के लोन प्रदान करना है। योजना के अंतर्गत लोन के तीन श्रेणियाँ निर्धारित की गई हैं:
- शिशु: 50,000 रुपए तक का लोन
- किशोर: 50,000 रुपए से 5 लाख रुपए तक का लोन
- तरुण: 10 लाख रुपए तक का लोन (अब इसे बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दिया गया है)
योजना की पात्रता और लाभ
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत लोन प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता मानदंड भी तय किए गए हैं। योजना के अंतर्गत लोन प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित योग्यताएँ होनी चाहिए:
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए।
- बैंक डिफॉल्ट हिस्ट्री नहीं होनी चाहिए।
- कॉरपोरेट संस्थाएँ इस योजना के तहत लोन के लिए पात्र नहीं हैं।
इस योजना का उद्देश्य छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देना और देश में रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है।
छोटे उद्यमियों को मिलेगा व्यापार विस्तार का अवसर
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लोन सीमा बढ़ाने से छोटे उद्यमियों के लिए कारोबार में वृद्धि का एक नया मार्ग खुला है। इस निर्णय के बाद, व्यवसायियों को नई मशीनरी, अधिक जनशक्ति और कच्चे माल के लिए अधिक पूंजी उपलब्ध हो सकेगी। यह निर्णय देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में भी सहायक साबित होगा, क्योंकि छोटे और सूक्ष्म उद्यम रोजगार और उत्पादन के महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
नए उद्यमियों के लिए एक अवसर
इस योजना में वृद्धि उन नए उद्यमियों के लिए भी लाभदायक है जो सीमित पूंजी के कारण अपने व्यवसाय की शुरुआत नहीं कर पाते थे। लोन सीमा में बढ़ोतरी से उन्हें अपने उद्योग का विस्तार करने और नई ऊँचाइयों पर ले जाने का मौका मिलेगा।