नई दिल्ली: देश आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दिल्ली के कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय परेड का नेतृत्व करेंगी। इस बार का गणतंत्र दिवस और भी खास होने वाला है, क्योंकि भारत अपने संविधान के लागू होने के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।
गणतंत्र दिवस समारोह की प्रमुख विशेषताएँ
1. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति होंगे मुख्य अतिथि
इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे हैं। भारत और इंडोनेशिया के ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए यह निमंत्रण विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। परेड में इंडोनेशियाई राष्ट्रीय सशस्त्र बलों की 152 सदस्यीय मार्चिंग टुकड़ी और 190 सदस्यों वाला सैन्य बैंड भी भाग लेगा।

2. परेड में बढ़ेगी ‘जन भागीदारी’
भारत सरकार के जन भागीदारी को बढ़ावा देने की नीति के तहत इस बार करीब 10,000 मेहमानों को कर्तव्य पथ पर परेड देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसमें किसान, महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्य, सफाई कर्मचारी और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल होंगे।
3. ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर झांकियां
गणतंत्र दिवस परेड में इस बार 31 झांकियां निकाली जाएंगी, जिनमें से 16 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की होंगी, जबकि 15 झांकियां विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी विभागों की होंगी। इस वर्ष की परेड का मुख्य विषय ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ रखा गया है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक विकास यात्रा को प्रदर्शित करेगा।
4. पहली बार तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी
इस बार की परेड में पहली बार थल सेना, वायु सेना और नौसेना की संयुक्त झांकी देखने को मिलेगी। यह झांकी सशस्त्र बलों की एकजुटता और एकीकरण को प्रदर्शित करेगी।
5. 5000 कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक प्रदर्शन
पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में 5000 कलाकार हिस्सा लेंगे, जो पूरे कर्तव्य पथ को कवर करते हुए देश के विविध सांस्कृतिक रंगों को प्रस्तुत करेंगे। यह सांस्कृतिक प्रस्तुति भारत की लोक कलाओं और पारंपरिक नृत्यों को जीवंत करेगी।

6. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय युद्ध स्मारक यात्रा
गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने से होगी। इसके बाद वह कर्तव्य पथ पर परेड समारोह में शामिल होंगे।
7. सैन्य शक्ति और आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस परेड में भारत की आधुनिक सैन्य शक्ति का भव्य प्रदर्शन होगा। इसमें शामिल प्रमुख सैन्य प्रणालियाँ:
- टी-90 भीष्म टैंक
- बीएमपी-2 सरथ पैदल सेना युद्ध वाहन
- नाग मिसाइल प्रणाली
- ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल
- पिनाका मल्टी-लॉन्चर रॉकेट सिस्टम
- आकाश हथियार प्रणाली
- लाइट स्पेशलिस्ट वाहन बजरंग
- पैदल सेना मोर्टार सिस्टम ऐरावत
8. ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ विषय पर सैन्य झांकी
तीनों सेनाओं की झांकी ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ थीम पर आधारित होगी। इस झांकी में स्वदेशी अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक, तेजस एमके II लड़ाकू विमान, एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर, विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम और रिमोट से संचालित विमान के साथ एक समन्वित सैन्य ऑपरेशन का प्रदर्शन किया जाएगा।
9. ‘विकसित भारत की ओर सदैव अग्रसर’ थीम पर दिग्गजों की झांकी
इस वर्ष की परेड में ‘विकसित भारत की ओर सदैव अग्रसर’ थीम पर एक विशेष झांकी निकाली जाएगी, जिसमें भारत के प्रतिष्ठित खिलाड़ी शामिल होंगे। इनमें पद्म श्री पुरस्कार विजेता सूबेदार मुरलीकांत पेटकर भी होंगे, जिनकी प्रेरणादायक जीवन यात्रा पर आधारित फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ बनी है।
10. महिला शक्ति का प्रभावी प्रदर्शन
इस बार गणतंत्र दिवस पर नारी शक्ति की विशेष झलक देखने को मिलेगी।
- सीआरपीएफ की 148 सदस्यीय महिला मार्चिंग टुकड़ी परेड में शामिल होगी, जिसका नेतृत्व सहायक कमांडेंट ऐश्वर्या जॉय एम करेंगी।
- विभिन्न झांकियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में भी महिलाओं की भागीदारी को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया है।
बीटिंग रिट्रीट समारोह के साथ होगा समापन
हर वर्ष की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस समारोह का समापन 29 जनवरी को विजय चौक पर आयोजित होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह के साथ होगा। इस समारोह में भारतीय सशस्त्र बलों के बैंड द्वारा मनमोहक धुनें बजाई जाएंगी, जो भारत की सैन्य परंपराओं को दर्शाएंगी।