नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी तक नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट किया है कि आगामी चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने इस मुद्दे पर किसी भी बातचीत से इनकार करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ेगी।
गठबंधन की अटकलें और खंडन
विधानसभा चुनाव से पहले, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर अटकलें तेज थीं। समाचार एजेंसी ANI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की बातचीत अंतिम दौर में है। ANI के अनुसार, कांग्रेस को 15 सीटें और अन्य सहयोगी दलों को 1-2 सीटें देने की चर्चा थी, जबकि शेष सीटों पर आम आदमी पार्टी अपने उम्मीदवार उतारने वाली थी।
इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए अरविंद केजरीवाल ने ANI की पोस्ट पर लिखा, “आम आदमी पार्टी दिल्ली में इस चुनाव में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।” इस खंडन के बाद, दिल्ली में दोनों पार्टियों के मिलकर चुनाव लड़ने की संभावनाएं समाप्त हो गई हैं।
लोकसभा चुनाव में गठबंधन की विफलता
यह पहली बार नहीं है जब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा हुई है। अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने गठबंधन किया था। उस समय, आम आदमी पार्टी को 4 सीटें और कांग्रेस को 3 सीटें मिली थीं। हालांकि, यह गठबंधन असफल साबित हुआ और दिल्ली की सभी 7 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत दर्ज की।
आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां
दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा को मात्र 8 सीटें मिली थीं। कांग्रेस