नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली लगातार वायु प्रदूषण की चपेट में है, और अगले 72 घंटे यहां के निवासियों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। राजधानी में पिछले कई दिनों से स्मॉग की चादर छाई हुई है, जिससे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार 300 से ऊपर बना हुआ है। दिवाली के नजदीक आते ही स्थिति और भी बिगड़ सकती है। आज 29 अक्टूबर की सुबह AQI 274 दर्ज किया गया, और अगले 3 दिनों में यह स्तर और भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि दिल्ली सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, लेकिन वायु प्रदूषण नियंत्रण में आने की संभावनाएं कम हैं। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा भी ग्रैप-1 और ग्रैप-2 के नियम लागू किए गए हैं, लेकिन प्रदूषण के बिगड़ते हालात गंभीर चेतावनी दे रहे हैं।
दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स की मौजूदा स्थिति
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार और सोमवार को दिल्ली का प्रदूषण स्तर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। सोमवार को दिल्ली का 24 घंटे का AQI शाम 4 बजे 304 था, जो शाम 6 बजे तक 299 (खराब) और रात 10 बजे 288 तक पहुंच गया। इससे पहले रविवार को शाम 4 बजे AQI 356 था। दिल्ली के 21 इलाकों में हवा बहुत खराब पाई गई, जिनमें बुराड़ी (365) और मुंडका (348) सबसे अधिक प्रभावित स्थानों में शामिल थे।
पराली जलाने से बढ़ रहा प्रदूषण
दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण स्तर में पराली जलाने की घटनाओं का भी योगदान है। स्काईमेट मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि दिल्ली में दक्षिण-पूर्वी हवाओं के कारण आज AQI में कुछ सुधार देखा गया, लेकिन आगामी दिनों में स्थिति चिंताजनक हो सकती है। 26 अक्टूबर से उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने पराली के धुएं को दिल्ली की ओर धकेल दिया है। रविवार और सोमवार को दिल्ली के PM 2.5 में पराली जलाने का योगदान 3.34% तक दर्ज हुआ। वहीं, 23 अक्टूबर को यह योगदान 15.97% तक था, जिससे हवा की गुणवत्ता पर भारी असर पड़ा है।
दिवाली पर बढ़ सकती है प्रदूषण की समस्या
31 अक्टूबर को दिवाली के दिन दिल्ली का प्रदूषण स्तर और भी खराब हो सकता है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं उत्तर-पश्चिमी हवाओं में बदल जाएंगी, जिससे पंजाब और हरियाणा की ओर से धुआं राजधानी की ओर आएगा। CAQM ने दिवाली के दौरान AQI में गिरावट की चेतावनी दी है।
प्रशासनिक निर्देश और उपाय
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के सभी राज्यों और दिल्ली सरकार को निर्देश दिए हैं कि वे ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के नियमों का सख्ती से पालन करें। इन नियमों के अंतर्गत मशीन से सड़क की सफाई और पानी का छिड़काव शामिल है। इसके अलावा, प्रदूषण हॉटस्पॉट्स को चिह्नित कर वहां एंटी-स्मॉग गन लगाने का भी निर्देश दिया गया है। ऊंची इमारतों की पहचान कर वहां भी एंटी-स्मॉग गन लगाने के आदेश दिए गए हैं ताकि वायु प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके।