दंतेवाड़ा, 5 मई 2024: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रविवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 35 नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों में 3 इनामी नक्सली भी शामिल हैं।
यह आत्मसमर्पण नक्सल उन्मूलन अभियान और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत हासिल किया गया है। पिछले कुछ महीनों में, जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ ने लगातार भटके हुए नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने के लिए संपर्क और बातचीत की है। साथ ही, प्रशासन द्वारा नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया गया है।
अमानवीय विचारधारा से हताश होकर नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
नक्सलियों के अमानवीय और आधारहीन विचारधारा, शोषण, अत्याचार और स्थानीय आदिवासियों पर हो रहे हिंसा से तंग आकर ये युवा अब समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का संकल्प ले चुके हैं। उन्होंने लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान के तहत रविवार को आत्मसमर्पण करने की इच्छा जाहिर की।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिलेगा पुनर्वास का लाभ
35 आत्मसमर्पित नक्सलियों में से 25 को डीआरजी बल दंतेवाड़ा, 6 को आरएफटी सीआरपीएफ और 4 को 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ दंतेवाड़ा द्वारा आत्मसमर्पण कराने में विशेष योगदान रहा। जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ ने सभी भटके हुए नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान किया है।
पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पुनर्वास योजना के तहत 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि और योजना के तहत मिलने वाले सभी लाभ प्रदान किए जाएंगे। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 180 इनामी नक्सली सहित कुल 796 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में वापसी की है।