नई दिल्ली: भारत के डी गुकेश ने शतरंज की दुनिया में इतिहास रचते हुए नया मुकाम हासिल किया है। 18 वर्षीय गुकेश ने वर्ल्ड चेस चैम्पियनशिप 2024 के फाइनल में चीन के ग्रैंडमास्टर डिंग लिरेन को हराकर सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चेस चैम्पियन बनने का गौरव प्राप्त किया। खिताबी मुकाबले में गुकेश ने 14वीं बाजी में डिंग लिरेन को हराकर जीत हासिल की। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से उनकी सराहना की और मुलाकात के दौरान गुकेश ने उन्हें वह चेस बोर्ड भेंट किया, जिस पर फाइनल खेला गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की गुकेश की प्रशंसा
28 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डी गुकेश से मुलाकात की। इस दौरान गुकेश के माता-पिता भी उनके साथ उपस्थित रहे। पीएम मोदी ने गुकेश की स्वर्णिम उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा, “गुकेश का दृढ़ संकल्प और समर्पण वाकई प्रेरणादायक है। उन्होंने वर्षों पहले सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चेस चैम्पियन बनने का जो सपना देखा था, उसे अपनी मेहनत से साकार किया।”
प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि गुकेश का आत्मविश्वास और विनम्रता उनकी सबसे बड़ी ताकत हैं। उन्होंने कहा, “जीत के बाद गुकेश जिस शांति और समझदारी से अपनी उपलब्धि को प्रोसेस कर रहे थे, वह वाकई सराहनीय है। हमारी बातचीत के दौरान योग और ध्यान के महत्व पर भी चर्चा हुई।”
गुकेश ने भेंट किया ऐतिहासिक चेस बोर्ड
इस मुलाकात के दौरान गुकेश ने प्रधानमंत्री को वह चेस बोर्ड उपहार में दिया, जिस पर उन्होंने वर्ल्ड चेस चैम्पियनशिप के फाइनल में डिंग लिरेन को हराया था। इस चेस बोर्ड पर गुकेश और डिंग लिरेन, दोनों के हस्ताक्षर हैं। पीएम मोदी ने इसे एक अनमोल स्मृति बताया और कहा, “यह बोर्ड न केवल उनकी जीत का प्रतीक है, बल्कि भारत के शतरंज इतिहास में एक नए युग की शुरुआत भी है।”
In the success of every athlete, their parents play a pivotal role. I complimented Gukesh’s parents for supporting him through thick and thin. Their dedication will inspire countless parents of young aspirants who dream of pursuing sports as a career. pic.twitter.com/8Iov7NnyzT
— Narendra Modi (@narendramodi) December 28, 2024
गुकेश के माता-पिता की भूमिका को सराहा गया
प्रधानमंत्री मोदी ने गुकेश के माता-पिता की भी प्रशंसा की और कहा, “हर एथलीट की सफलता में उनके माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। गुकेश के माता-पिता ने हर कठिन परिस्थिति में उनका साथ दिया और उनके समर्पण ने अन्य माता-पिता को प्रेरणा दी है।”
गुकेश ने तोड़ा गैरी कास्पारोव का रिकॉर्ड
डी गुकेश ने 22 साल की उम्र में वर्ल्ड चेस चैम्पियन बने रूस के दिग्गज गैरी कास्पारोव का रिकॉर्ड तोड़ा। गैरी कास्पारोव ने 1985 में अनातोली कार्पोव को हराकर यह उपलब्धि हासिल की थी। वहीं, गुकेश भारत के दूसरे वर्ल्ड चेस चैम्पियन बन गए हैं। उनसे पहले विश्वनाथन आनंद ने यह खिताब जीता था। पांच बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने आखिरी बार यह खिताब 2013 में अपने नाम किया था।