झुंझुनू: विप्र सेना ने नंदीशाला में एक अनूठा आयोजन किया, जिसमें गायों की सेवा को महाकुंभ स्नान के समान महत्व दिया गया। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर नंदीशाला में गायों को भोग लगाया गया और महाकुंभ से लाए गए पवित्र जल से उनका अभिषेक किया गया।
इस आयोजन का नेतृत्व विप्र सेना के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश बसावतिया ने किया। उन्होंने कहा कि सेवा भावना से की गई हर पूजा महाकुंभ स्नान के समान पवित्र है।
इस्कॉन मंदिर ट्रस्ट झुंझुनू ने इस आयोजन में सक्रिय सहयोग दिया। मंदिर की ओर से भक्तों को भगवद् गीता के पवित्र ग्रंथ वितरित किए गए।
आयोजन में नंदीशाला में आने वाली पशु चिकित्सक डॉ. भावना शर्मा को विजय हरिओम महाराज ने साफा पहनाकर सम्मानित किया।
इस आयोजन में ब्राह्मण समाज के कई गणमान्य लोग शामिल हुए, जिनमें नरेश जोशी, नरेंद्र शर्मा ढाणी वाला, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी वशिष्ठ शर्मा, समाजसेवी सुरेश शर्मा, संजय शुक्ला आदि शामिल थे।
आयोजन में गोपी सत्संग मंडल और नंदीशाला टीम ने भजन गाकर भक्तिमय माहौल बनाया।
इस आयोजन की सबसे खास बात यह थी कि महाकुंभ से लाए गए पवित्र जल से गायों का अभिषेक किया गया। यह मान्यता है कि गाय माता हैं और उनकी सेवा करने से मोक्ष मिलता है।
इस आयोजन ने गायों के प्रति सम्मान और सेवा भावना को बढ़ावा दिया है। इसने लोगों को बताया कि सेवा भावना ही सबसे बड़ा धर्म है।
विप्र सेना ने भविष्य में भी इस तरह के आयोजन करने का संकल्प लिया है।