झुंझुनू, 8 नवंबर 2024: झुंझुनूं रेलवे स्टेशन पर बाल अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों के बारे में लोगों को जागरूक करना और बाल तस्करी, बाल श्रम जैसे अपराधों के खिलाफ लड़ाई में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना था।
चाईल्ड हेल्पलाइन झुंझुनूं के जिला समन्वयक महेश कुमार और उनकी टीम ने रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को बाल अधिकारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बाल तस्करी, बाल श्रम, बाल विवाह और पोक्सो एक्ट जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
क्यों है यह अभियान महत्वपूर्ण?
बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं और उनका सुरक्षित और स्वस्थ विकास सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। बाल तस्करी, बाल श्रम और बाल विवाह जैसे अपराध बच्चों के भविष्य को बर्बाद कर देते हैं। इस तरह के अभियान लोगों को इन समस्याओं के प्रति जागरूक करते हैं और उन्हें इनके खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
चाईल्ड हेल्पलाइन 1098 का महत्व
चाईल्ड हेल्पलाइन 1098 बच्चों की मदद के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है। अगर आपको किसी बच्चे के साथ दुर्व्यवहार या शोषण होता हुआ दिखे तो आप इस नंबर पर तुरंत संपर्क कर सकते हैं।
चाईल्ड हेल्पलाइन झुंझुनूं के जिला समन्वयक महेश कुमार ने कहा कि ऐसे अभियान बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए बहुत जरूरी हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बच्चों को सुरक्षित रखने में अपनी भूमिका निभाएं।
स्टेशन मास्टर संजीव कुमार ने कहा कि रेलवे स्टेशन पर बच्चों के संरक्षण के लिए प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और चाईल्ड हेल्पलाइन के साथ मिलकर जागरूकता फैलाने का काम जारी रहेगा।