झुंझुनूं, 13 अप्रैल: यमुना नदी के जल को जिले में अधिक से अधिक रिजर्व करने के लिए, जल संसाधन विभाग की टीम ने शनिवार को उदयपुरवाटी में काटली नदी के विभिन्न क्षेत्रों में वाटर रिजर्वेयर बनाने के लिए सर्वेक्षण किया। टीम ने बाघोली, ककराना, चंवरा और चौफूल्या में सर्वेक्षण कर ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की।
रिजर्वेयर बनने से यमुना जल होगा सुरक्षित:
इन स्थानों पर वाटर रिजर्वेयर बनाकर, काटली नदी के बहाव क्षेत्रों में यमुना नदी के जल को संग्रहित किया जाएगा। इससे जिले में सिंचाई और पेयजल के लिए पानी की उपलब्धता में वृद्धि होगी।
हरियाणा और केंद्र सरकार के साथ हुआ था एमओयू:
गौरतलब है कि काटली नदी में रिजर्वेयर बनाने के लिए राजस्थान, हरियाणा और केंद्र सरकार के बीच 17 फरवरी को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस एमओयू के तहत, तीनों सरकारें मिलकर रिजर्वेयर निर्माण परियोजना पर काम करेंगी।
सर्वेक्षण टीम में शामिल थे:
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता महेंद्र कुमार बुरडक, सहायक अभियंता सुलभ कुमावत और नाथूराम, कनिष्ठ अभियंता शुभम गढ़वाल सहित विभाग के अन्य अधिकारी सर्वेक्षण टीम में शामिल थे।
यह सर्वेक्षण यमुना नदी के जल संसाधनों के प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। रिजर्वेयर बनने से जिले में पानी की कमी की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।