झुंझुनूं, 28 अप्रैल 2025: जिला कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने की। बैठक में जिले में संचालित विभिन्न विकास कार्यों, कल्याणकारी योजनाओं तथा आवश्यक सेवाओं की प्रगति का गहन विश्लेषण किया गया। मुख्य रूप से जल, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और भूमि आवंटन जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।

पेयजल आपूर्ति पर विशेष ध्यान
जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम को देखते हुए जिलेभर में पेयजल आपूर्ति हर हाल में सुचारू रखी जाए। उन्होंने क्षतिग्रस्त पाइपलाइनों की शीघ्र मरम्मत कराने के भी निर्देश दिए, ताकि आमजन को पानी की समस्या का सामना न करना पड़े।
स्वास्थ्य सेवाओं में तैयारी के निर्देश
स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि बढ़ते तापमान के मद्देनजर सभी अस्पतालों में पर्याप्त दवाइयों, चिकित्सकों तथा अन्य स्वास्थ्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क और तैयार रहे।
भूमि आवंटन और औद्योगिक प्रगति पर जोर
बैठक में बजट घोषणाओं के तहत लंबित भूमि आवंटन के कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए। उद्योग विभाग को ‘राइजिंग राजस्थान’ कार्यक्रम के तहत हुए एमओयू (समझौता ज्ञापन) की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया। साथ ही संबंधित अधिकारियों को इन परियोजनाओं पर तेजी से कार्य करने के सख्त निर्देश दिए गए।
बिजली आपूर्ति और सौर ऊर्जा को बढ़ावा
विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित किया जाए, जिससे स्वच्छ और सतत ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा मिल सके।

शिक्षा में मिड डे मील योजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश
शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए कि मिड डे मील योजना के तहत बच्चों को दी जाने वाली भोजन व्यवस्था में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। कलेक्टर ने कहा कि पोषण और स्वास्थ्य के मानकों के साथ किसी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं होगा। निर्धारित मेनू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण पोषाहार उपलब्ध कराना अनिवार्य किया गया।
समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारी
इस साप्ताहिक समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
- सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक घनश्याम गोयल
- शिक्षा विभाग के एडीईओ उमेद सिंह महला
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक पवन पूनिया
- जिला रसद अधिकारी निकिता राठौड़
- चिकित्सा विभाग के पीएमओ जितेंद्र भांबू
- सीएमएचओ छोटेलाल गुर्जर
- नगर परिषद आयुक्त दिलीप पूनिया
- महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक बृजेंद्र सिंह राठौड़
- एवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता एम.के. टिबड़ा
- पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक सुरेश सुरा
- जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता राजपाल सिंह
- उद्योग विभाग के महाप्रबंधक नानूराम
- जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल अनिल पूनिया
- एसईओ रामनिवास चौधरी सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल रहे।