जिले भर में रास्ता विवादों को सुलझाने की कवायद शुरू, आमजन को मिलेगा राहत
झुंझुनूं, 2 मई 2025: राजस्थान सरकार ने बंद रास्तों को खोलकर आमजन को राहत देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए ‘रास्ता खोलो अभियान’ की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर राज्य में पहली बार इस प्रकार का राज्यव्यापी अभियान 1 मई से शुरू किया गया है। इस अभियान के पहले दिन झुंझुनूं जिले में करीब एक दर्जन रास्तों को खोलकर नागरिकों को राहत दी गई।

जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने जानकारी दी कि जिले में ऐसे सभी विवादित रास्तों की पहचान कर ली गई है, जिन पर उपखंड, जिला अथवा राज्य स्तर पर परिवाद प्राप्त हुए थे। इन सभी मामलों की सूची तैयार कर संबंधित अधिकारियों को सौंपी गई है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कानून के तहत आवश्यक कार्रवाई करते हुए आपसी समझाइश से इन रास्तों को खुलवाएं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग आसानी से आवागमन कर सकें।
अभियान के अंतर्गत कई प्रकार के रास्तों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इनमें राजस्व रिकॉर्ड में सार्वजनिक मार्ग के रूप में दर्ज ऐसे रास्ते शामिल हैं, जो वर्तमान में अवरुद्ध हो चुके हैं और जिनके बंद होने से काश्तकारों और ग्रामवासियों को परेशानी हो रही है। इसके अतिरिक्त वे रास्ते जो वर्षों से ग्रामीणों द्वारा ढाणियों के लिए उपयोग में लाए जा रहे हैं लेकिन अब बंद हो चुके हैं, उन्हें भी खोला जाएगा।

राजस्व रिकॉर्ड में जिन रास्तों की चौड़ाई कम होकर केवल पगडंडी के रूप में रह गई है, उन्हें पुनः उनकी वास्तविक चौड़ाई में निर्मित किया जाएगा। साथ ही राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 की धारा 251 के अंतर्गत निर्णीत लेकिन अमल में नहीं लाए गए रास्तों का क्रियान्वयन भी इस अभियान के तहत किया जाएगा। जिन रास्तों का रिकॉर्ड में अब तक अंकन नहीं हुआ है, उनका सर्वे कर राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करने की कार्यवाही भी अभियान का हिस्सा होगी।
जिला प्रशासन को उम्मीद है कि इस अभियान के जरिए झुंझुनूं जिले में सैकड़ों रास्तों के विवादों का समाधान होगा और वर्षों से बंद पड़े मार्गों को फिर से खोला जा सकेगा।