झुंझुनूं: जिले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो पटवारियों को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। पैतृक जमीन की सीमा निर्धारण (पैमाइश) के बदले में आरोपियों ने शिकायतकर्ता से कुल 18 हजार रुपये की मांग की थी।
ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के अनुसार, झुंझुनूं एसीबी चौकी को शिकायत मिली थी कि शिकायतकर्ता ने अपनी पैतृक जमीन की पैमाइश के लिए बुहाना तहसील कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन किया था। आवेदन मिलने के बाद गादली हलका पटवारी धर्मपाल सिंह ने इसके बदले में 18 हजार रुपये की मांग की और 7 हजार रुपये अग्रिम ले भी लिए। शेष 8 हजार रुपये बड़बर हलका के पटवारी सुरेंद्र सिंह को देने की बात कही गई।
इस संबंध में एसीबी ने 25 जून को ट्रैप योजना बनाई। तय योजना के तहत शिकायतकर्ता सुरेंद्र सिंह को 8 हजार रुपये देने पहुंचा। उसी दौरान धर्मपाल भी वहां मौजूद था। जैसे ही सुरेंद्र सिंह ने पैसे अपने हाथ में लिए, पहले से मौजूद एसीबी टीम ने तुरंत दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में धर्मपाल सिंह ने 7 हजार रुपये पहले ही लेने की बात स्वीकार की।
ब्यूरो ने सुरेंद्र सिंह से 8 हजार रुपये मौके से बरामद किए हैं। यह कार्रवाई जयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक अनिल कयाल के पर्यवेक्षण में और एसीबी झुंझुनूं के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इस्माइल खान के नेतृत्व में हुई। निरीक्षक सुरेशचंद और उनकी टीम ने संयुक्त रूप से ट्रैप को अंजाम दिया।
गिरफ्तार दोनों पटवारियों से पूछताछ जारी है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। एसीबी की इस कार्रवाई से जिले में राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं।