झुंझुनूं: मोरवाल मंगल भवन में श्रीयादे माटी कला बोर्ड ने वर्ष 2025-26 के लिए चयनित 66 माटी कला कलाकारों को 10-दिवसीय प्रशिक्षण उपरांत विद्युत चालित चाक और मिट्टी गूंथने की मशीन (पगमिल) वितरित की। बोर्ड अध्यक्ष प्रहलाद राय टाक ने बताया कि राजस्थान सरकार और माटी कला बोर्ड द्वारा निशुल्क उपलब्ध करवाई गई यह मशीनें कलाकारों के रोजगार और जीवन स्तर को सुदृढ़ करने में सहायक होंगी। उन्होंने इसे कलाकारों को आधुनिक तकनीक से लैस करने की महत्वपूर्ण पहल बताते हुए कहा कि विद्युत चालित चाक और पगमिल मशीन से मेहनत और लागत में कमी आएगी, उत्पादन बढ़ेगा और आय में वृद्धि होगी।
माटी कला में आधुनिक उपकरण से बदलाव
प्रहलाद राय टाक ने कहा कि इलेक्ट्रिक चाक और मिट्टी गूंथने की मशीन का वितरण कलाकारों के लिए जीवन स्तर और रोजगार में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे कलाकारों की लागत और मेहनत कम होगी, उत्पादन बढ़ेगा और उनकी आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि संभव होगी। बोर्ड की यह पहल राजस्थान में माटी कला को संरक्षित करने और युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक प्रेरक कदम मानी जा रही है।
समारोह में मौजूद गणमान्य अतिथि
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष हर्षिनी कुलहरी, जिला महामंत्री महेन्द्र चंदवा, बार संघ अध्यक्ष रतन सिंह मोरवाल, प्रताप सिंह कुमावत, पार्षद अशोक प्रजापति, SDM कौशल्या विनोद सिंघाना, महावीर ढाका और बाबुलाल, अशोक कुमावत सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने कलाकारों को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने के इस कदम की सराहना की और माटी कला को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डाला।





