झुंझुनूं, 15 अक्टूबर 2024: झुंझुनूं शहर में सोमवार को नगर परिषद सभापति नगमा बानो और आयुक्त अनिता खीचड़ के बीच तीखी खींचतान खुलकर सामने आई। आयुक्त अनिता खीचड़ ने शाम 7 बजे नगर परिषद की टीम के साथ सभापति नगमा बानो के ससुर और पूर्व चेयरमैन तैयब अली के चूरू रोड स्थित तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स पर कार्रवाई करने पहुंचीं। इस दौरान सभापति नगमा बानो और आयुक्त आमने-सामने हो गए, और मौके पर तनावपूर्ण स्थिति बन गई।
कलेक्टर-एसपी की बैठक के बाद कार्रवाई पर रोक
रात 9 बजे जिले के कलेक्टर रामवतार मीणा और एसपी शरद चौधरी ने एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें कार्रवाई से कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका जताई गई। एसपी शरद चौधरी ने बताया कि अगर कार्रवाई जारी रही तो स्थिति तनावपूर्ण हो सकती है। इसके बाद कलेक्टर ने कार्रवाई को तुरंत रोकने का आदेश दिया। एडीएम अजय वर्मा भी मौके पर पहुंचे और आयुक्त को स्थिति को समझाते हुए कार्रवाई रोकने के निर्देश दिए। इसके बाद, रात 10 बजे पुलिस बल और टीम मौके से वापस लौट गई।
रविवार को आयुक्त का तबादला, सोमवार को कार्रवाई का प्रयास
सूत्रों के अनुसार, आयुक्त अनिता खीचड़ का तबादला रविवार रात को केकड़ी किया गया था। इसके बावजूद, सोमवार शाम को उन्होंने नगर परिषद की टीम के साथ पूर्व चेयरमैन तैयब अली के कॉम्प्लेक्स पर अवैध निर्माण के आरोप में कार्रवाई शुरू की। जैसे ही इस बात की सूचना सभापति नगमा बानो को मिली, वह तुरंत मौके पर पहुंचीं और कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने आयुक्त से सवाल किया, “आपका तबादला हो चुका है, फिर आप किस अधिकार से यहां कार्रवाई कर रही हैं?” सभापति ने यह भी आरोप लगाया कि शहर में अन्य कई अवैध निर्माण मौजूद हैं, लेकिन उन्हें नज़रअंदाज़ कर उनके रिश्तेदारों को निशाना बनाया जा रहा है।
किराएदारों के विरोध के बाद विवाद बढ़ा
कॉम्प्लेक्स के किराएदारों ने भी आयुक्त अनिता खीचड़ की कार्रवाई का कड़ा विरोध किया। किरायेदारों का कहना था कि यह कार्रवाई उनके खिलाफ नहीं होनी चाहिए। जब आयुक्त ने किरायानामा दिखाने की बात कही, तो विवाद और बढ़ गया। स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब एक कर्मचारी ने बिल्डिंग पर लाल निशान लगाया, जिसे मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत हटा दिया। इसके बाद आयुक्त ने पुलिस बल को बुला लिया।
स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए एडीएम अजय आर्य, एसडीएम हवाई सिंह यादव, डिप्टी एसपी वीरेन्द्र शर्मा, थाना इंचार्ज पवन चौबे सहित पुलिस और आरएसी की टीम भी मौके पर पहुंची। टीम ने कई बार कॉम्प्लेक्स की सीढ़ियां चढ़ने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा।
सभापति ने आयुक्त की कार्रवाई को बताया नियम विरुद्ध
सभापति नगमा बानो ने इस पूरे घटनाक्रम को रंजिशपूर्ण करार देते हुए कहा कि आयुक्त अनिता खीचड़ का तबादला रविवार रात हो चुका है और उन्हें केकड़ी के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आयुक्त जान-बूझकर उनके रिश्तेदारों को निशाना बना रही हैं। सभापति ने कहा, “यह कार्रवाई नियमों के खिलाफ है और इसका कोई कानूनी आधार नहीं है।”
आयुक्त अनिता खीचड़ का बयान
आयुक्त अनिता खीचड़ ने अपने बचाव में कहा कि वह सरकार के आदेशों की पालना कर रही हैं। उनके अनुसार, अभी तक उन्हें रिलीव नहीं किया गया है और सरकार की जांच में इस कॉम्प्लेक्स को अवैध घोषित किया गया है। उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ सरकार के निर्देशों का पालन कर रही हूं, और इस अवैध निर्माण को हटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।”
मामले में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की भी एंट्री
इस मामले के बढ़ते विवाद की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी मौके पर पहुंच गए। वहां उनकी थाना इंचार्ज पवन चौबे के साथ तीखी बहस हो गई। राजेंद्र गुढ़ा ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, “हम तो यहां कबड्डी-कबड्डी करते काफी समय हो गया। आप काम ठीक से नहीं करोगे तो यहां से चले जाओगे।” इस पर पवन चौबे नाराज हो गए और दोनों में जमकर बहस हो गई। स्थिति को शांत कराने के लिए डिप्टी एसपी वीरेन्द्र कुमार ने हस्तक्षेप किया और दोनों को अलग किया।






