झारखंड, 3 जुलाई 2024: झारखंड की राजनीति में एक बड़ा बदलाव हुआ है। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे राज्य में सत्ता परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इसके पश्चात, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। गठबंधन के नेताओं और विधायकों ने सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) विधायक दल का नेता चुना है।
हेमंत सोरेन की ताजपोशी
हेमंत सोरेन झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री होंगे। झारखंड का गठन 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग होकर हुआ था और तब से लेकर अब तक राज्य में कई बार राजनीतिक उथल-पुथल देखी गई है। वर्तमान में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ-साथ हेमंत सोरेन के भाई बसंत और पत्नी कल्पना भी इस महत्वपूर्ण निर्णय के साक्षी बने।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन हाल ही में एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े भूमि घोटाले में हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हुए थे। उन्हें 31 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 28 जून को जेल से रिहा होने के बाद, उन्होंने पुनः राजनीतिक सक्रियता दिखाई है।
राजभवन में सरकार गठन का दावा
राजभवन ने हेमंत सोरेन को शाम 7:30 बजे का समय दिया है। चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन ने राजभवन पहुंचकर इस्तीफा और सरकार गठन का दावा पेश किया है। हेमंत सोरेन की अगुवाई में गठबंधन सरकार का गठन होगा और सत्ता पक्ष के विधायकों का हस्ताक्षरयुक्त समर्थन पत्र भी तैयार है।
2024 विधानसभा चुनाव की तैयारी
हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन सरकार का गठन आगामी 2024 विधानसभा चुनाव की तैयारी में एक महत्वपूर्ण कदम है। हेमंत सोरेन सत्ता की कुर्सी पर काबिज होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और संभवतः आज ही शपथ ग्रहण करेंगे।