जयपुर, 28 मार्च 2024: राजस्थान सरकार ने सहकारी बैंकों में कामचोर कर्मचारियों पर नकेल कसने की तैयारी की है। कुछ कर्मचारी बायोमैट्रिक हाजिरी लगाकर कार्यालय से बाहर निकल जाते हैं, जिसके बाद सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है।
21 सितंबर 2022 से सभी बैंकों में बायोमैट्रिक हाजिरी शुरू की गई थी। इसके बाद भी कुछ कर्मचारी सुबह हाजिरी लगाकर चले जाते और शाम को आकर फिर हाजिरी कर देते। विभागीय सूत्रों के अनुसार, कुछ कर्मचारियों का प्रभाव इतना है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहां तक कि एक प्रबंधक स्तर के अधिकारी ने पांच साल से कोई काम नहीं किया।
15 फरवरी को अपेक्स बैंक के महा प्रबंधक (आयोजना एवं विकास) की ओर से एक आदेश जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि कर्मचारी बिना अनुमति कार्यालय से बाहर नहीं जाएंगे। इसके साथ प्रत्येक शुक्रवार को कर्मचारी सप्ताह में किए गए कार्य की जानकारी देने के साथ ही आने वाले सप्ताह की प्लानिंग भी बताएंगे।
लेकिन, कुछ कर्मचारियों की कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं देखा गया। अब विभाग ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। इसके लिए विभाग से भी मंजूरी ले ली गई है।
मुख्य बिंदु:
सहकारी बैंकों में कुछ कर्मचारी समय पर नहीं आते। बायोमैट्रिक हाजिरी लगाकर बाहर चले जाते हैं।15 फरवरी को जारी आदेश के बावजूद सुधार नहीं हुआ। 45 वर्ष से अधिक उम्र और 20 वर्ष की सेवा वाले लापरवाह कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएगी। तीन सदस्यों की कमेटी ऐसे कर्मचारियों की पहचान करेगी।
45 वर्ष से अधिक उम्र और 20 वर्ष की सेवा वाले लापरवाह कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएगी। इसके लिए तीन सदस्यों की कमेटी भी घटित की गई है। कमेटी जिन कर्मचारियों के नाम देगी उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार से इजाजत ली जाएगी।