जयपुर टिंडर मर्डर केस: कोर्ट ने शनिवार को एक 28 साल की युवती और उसके दो साथियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। आज से पांच साल पहले जयपुर टिंडर (डेटिंग ऐप) मर्डर केस सुर्खियों में था। डेटिंग ऐप पर हुई दोस्ती के बाद दुष्यंत नाम का एक युवक प्रिया सेठ नाम की एक लड़की से मिलने जयपुर गया था। मुलाकात में ऐसा क्या हुआ जो प्रिया ने उसका गला काट दिया? आइए जानते हैं हत्यारन प्रिया सेठ की कहानी जो हजारों लोगों को अपना शिकार बना चुकी है।
दोनों ने एक-दूसरे से बोला था झूठ
साल 2018 में दुष्यंत की प्रिया सेठ से टिंडर ऐप पर दोस्ती हुई। तीन महीने तक दोनों एक-दूसरे से चैटिंग करते रहे और फिर प्रिया ने दुष्यंत को अपने किराए के घर पर मिलने के लिए बुलाया। लेकिन दुष्यंत ने प्रिया को अपना गलत परिचय दिया था। उसने खुद को दिल्ली का एक बड़ा बिजनेसमैन बताया था और अपना नाम विवान कोहली बताया था। हैरानी की बात तो यह है कि दुष्यंत से बड़ा और खतरनाक झूठ प्रिया बोली थी। डेटिंग के नाम पर वो एक दिल दहलाने वाली साजिश को अंजाम देने वाली थी।
मुलाकात के बाद फोन स्विच ऑफ
पहले से शादीशुदा दुष्यंत प्रिया से मुलाकात करने जा रहा था। वहीं प्रिया अपने दो साथियों- दीक्षांत कामरा और लक्ष्य वालिया के साथ मिलकर दुष्यंत को किडनैप करने वाली थी। उसने ठीक वैसा ही किया। इस पूरे मामले को लेकर एक्टिविस्ट दीपिका नारायण भारद्वाज ने तीनों आरोपियों और दुष्यंत के पिता से पांच साल पहले बातचीत की थी। उस इंटरव्यू में प्रिया सेठ ने हत्या की पूरी कहानी सुनाई है। 2 मई, 2018 को दुष्यंत प्रिया से मिलने पहुंचा। उसी दिन से उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। कुछ देर बाद दुष्यंत के पिता के पास उसके नंबर से कॉल आया लेकिन फोन पर उनका बेटा नहीं बल्कि एक लड़की थी।
गंदी-गंदी गालियां और फिरौती
दुष्यंत के पिता ने बताया कि फोन पर पहले मेरे बेटे ने कहा, ‘मामा इन लोगों को दस लाख रुपए दे दो… नहीं तो ये मुझे मार देंगे।’ उन्होंने बताया कि ‘इसके बाद प्रिया ने फोन ले लिया और मुझे गंदी-गंदी गालियां दी। उसने दस लाख रुपए की डिमांड की। मैंने कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं और मैं तीन लाख रुपए दे सकूंगा। मैंने एफडी तोड़ कर पैसे भेजे… लेकिन मेरे बेटे का फोन फिर कभी नहीं आया।’
प्रिया ने बताई हत्या की वजह
4 मई, 2018 को दुष्यंत की लाश एक बैग में जयपुर के बाहर एक गांव में मिली। प्रिया ने इंटरव्यू में बताया, ‘वो मुझे टिंडर पर मिला था। उसना अपना गलत नाम और पहचान बताया था। उसने कहा था कि वो बहुत पैसे वाला है। मैं दीक्षांत (प्रिया का बॉयफ्रेंड) के साथ रह रही थी और उसपर 21 लाख रुपए का कर्ज था। तो हमने मिलकर प्लान बनाया था कि किसी को किडनैप करके फिरौती मांग लेंगे और उसका हत्या कर देंगे। जब दुष्यंत मिला तब हमने उसे किडनैप कर फिरौती मांगने का प्लान बनाया। लेकिन बाद में पता चला कि उसने झूठ बोला था और उसके पास कुछ नहीं है।’
कैसे की हत्या?
प्रिया सेठ ने बताया, ‘उसके पिता के पैसे भेजने से पहले ही हमने उसको मार दिया था। पहले दीक्षांत ने उसका गला घोंटा… वो नहीं मरा फिर लक्ष्य ने उसका मुंह तकिए से दबाया… वो फिर भी नहीं मरा। उसके बाद दीक्षांत ने मुझसे चाकू मांगा और उसका गला काट दिया।’ हालांकि तब के प्रिया के बॉयफ्रेंड दीक्षांत ने बताया कि ‘अंत तक मुझे दुष्यंत के बारे में कुछ नहीं पता था। हम लोगों ने किडनैप करने के बाद थोड़ा-बहुत उसे टॉर्चर किया। फिर प्रिया ने उसकी हत्या कर दी। सबसे पहले उसी ने उसपर वार किया और अंत तक चाकू मारती रही। मैं इसी बयान पर खरा रहूंगा।’
सेक्स के बाजार में काम
इंटरव्यू में प्रिया सेठ ने बताया, ‘मैं पहले एस्कॉर्ट सर्विस की वेबसाइट पर काम करती थी। वहां मैं लोगों से कॉल गर्ल्स के नाम पर फ्रॉड करती थी। मैं लोगों के पैसे लेकर भाग जाती थी। जैसे किसी ने लड़की बुलाई तो मैं जाती थी… उससे पैसे लेती थी और कहती थी कि ये पैसे ड्राइवर को देकर आ रही हूं। फिर मैं वहां से भाग जाती थी। ऐसा मैंने हजारों लोगों के साथ किया।’
अब आजीवन कारावास की सजा
कोर्ट ने इस मर्डर केस में प्रिया सेठ और उसके दोनों साथियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अपने आदेश में सत्र न्यायाधीश अजीत कुमार हिंगर ने कहा कि अभियोजन पक्ष ने तथ्यों को प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त सबूत पेश किए हैं।
स्त्रोत – Live Hindustan न्यूज़