झुंझुनूं: जिले में जन आधार कार्ड से जुड़े एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है, जहां एक ई-मित्र कियोस्क संचालक ने कार्डधारकों की जानकारी और सहमति के बिना दर्जनों फर्जी सदस्य जोड़ दिए। इस गंभीर मामले में पुलिस थाना कोतवाली झुंझुनूं की टीम ने आरोपी को जयपुर जिले के चाकसू क्षेत्र से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। मामला सामने आने के बाद जन आधार सुरक्षा, ई-मित्र सेवाओं की पारदर्शिता और सरकारी डिजिटल सिस्टम की निगरानी पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
बिना जानकारी बदले गए जन आधार कार्ड, सामने आया डिजिटल फर्जीवाड़ा
पुलिस के अनुसार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग झुंझुनूं में संयुक्त निदेशक के पद पर कार्यरत घनश्याम गोयल द्वारा 10 मई 2024 को कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट में बताया गया कि जिले के तीन जन आधार कार्डधारकों ने शिकायत दी कि उनके कार्ड में बिना किसी सूचना के अवैध रूप से अपडेट किया गया है। जांच में यह सामने आया कि अलग-अलग समय पर उनके जन आधार कार्ड में फर्जी सदस्यों की एंट्री की गई।
तीन परिवारों के जन आधार में जोड़े गए 59 फर्जी सदस्य
पुलिस जांच में सामने आया कि मलसीसर तहसील के आनंदपुरा निवासी कल्पना के जन आधार कार्ड में फरवरी 2023 में एक सदस्य और फिर अगस्त 2023 में 15 अन्य सदस्य जोड़े गए। इसी तरह झुंझुनूं शहर के सैनिक नगर निवासी विनिता के जन आधार कार्ड में फरवरी 2023 में दो सदस्य और अगस्त 2023 में 25 फर्जी सदस्य दर्ज किए गए। वहीं झुंझुनूं के वार्ड नंबर एक निवासी नुरबानो के जन आधार कार्ड में अगस्त 2023 में 16 ऐसे लोगों को जोड़ दिया गया, जिनका परिवार से कोई संबंध नहीं था।
इन सभी मामलों में यह भी सामने आया कि जोड़े गए सदस्यों के साथ अलग-अलग बैंक खाते और PPO नंबर दर्ज किए गए थे, जो किसी अन्य व्यक्तियों के थे।
एक ही SSO ID से हुआ पूरा फर्जीवाड़ा
जब जन आधार पोर्टल का तकनीकी विश्लेषण किया गया तो यह स्पष्ट हुआ कि सभी अवैध अपडेट एक ही SSO ID DELHIGOVA6 के माध्यम से किए गए थे। इस SSO ID की जानकारी सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, जयपुर से प्राप्त की गई, जिसमें इसका उपयोगकर्ता दिनेश कुमार मीना पाया गया। जांच में यह भी पुष्टि हुई कि आरोपी एक ई-मित्र कियोस्क संचालक था और उसने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए जन आधार डाटा में अनाधिकृत रूप से छेड़छाड़ की।
जयपुर के चाकसू से गिरफ्तार, न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया
पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजावत के मार्गदर्शन में विशेष टीम का गठन किया गया। लगातार दबिश के बाद 16 दिसंबर 2025 को आरोपी दिनेश कुमार मीना को जयपुर जिले के चाकसू थाना क्षेत्र से दस्तयाब किया गया। पूछताछ और अनुसंधान के बाद उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
सरकारी डिजिटल सिस्टम की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस पूरे प्रकरण ने जन आधार कार्ड सुरक्षा, ई-मित्र कियोस्क की निगरानी और डिजिटल सरकारी सेवाओं की पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। पुलिस का कहना है कि मामले में अन्य संभावित कनेक्शन और लाभार्थियों की भी जांच की जा रही है और आगे और खुलासे हो सकते हैं।
पुलिस ने दी चेतावनी, जन आधार अपडेट पर रखें नजर
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे समय-समय पर अपने जन आधार कार्ड का विवरण पोर्टल पर चेक करते रहें और किसी भी संदिग्ध अपडेट की सूचना तुरंत संबंधित विभाग या नजदीकी थाने में दें।





