दिल्ली के चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली की मंत्री आतिशी से उनके दावों की पुष्टि करने के लिए जवाब मांगा है। चुनाव आयोग ने नोटिस जारी करके कहा है कि आतिशी को अपने दावों के साथ ठोस सबूत प्रस्तुत करें।
इसके पीछे का मुख्य कारण है उनका दावा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें अपने खेमे में शामिल होने के लिए संपर्क किया था। आतिशी ने एक बहुत करीबी व्यक्ति के माध्यम से इस संपर्क की बात की है।
बीजेपी के प्रतिनिधि वीरेंद्र सचदेवा ने आतिशी के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि आतिशी को इस बात का सबूत देने में विफल रही हैं कि उन्हें किसने, कैसे और कब संपर्क किया।
आतिशी ने अपने दावों को प्रमाणित करने के लिए अपनी माफी को टेलीविजन और सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के लिए कहा गया है। चुनाव आयोग के इस नोटिस के प्रति आतिशी की प्रतिक्रिया का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य वरिष्ठ आप नेता उत्पाद शुल्क नीति से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में पहले से ही जेल में हैं। इसके अलावा, AAP सांसद संजय सिंह को भी अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है।
इस पूरे मामले में चुनाव आयोग की कार्रवाई और आतिशी की प्रतिक्रिया का ज्यादा से ज्यादा मानवानस में है। यह भी दिल्ली में AAP और BJP के बीच अंतर्निहित राजनीतिक तनाव पर प्रकाश डाल सकता है।