नई दिल्ली/न्यूयोर्क: अमेरिकी चिप निर्माता Nvidia के शेयरों में सोमवार को अचानक भारी गिरावट देखी गई। शेयर की कीमत 16.86% गिरकर 118.58 डॉलर पर बंद हुई, जिससे कंपनी के बाजार पूंजीकरण में लगभग 600 अरब डॉलर (51.92 लाख करोड़ रुपये) की कमी आई। यह अमेरिकी इतिहास में एक दिन में किसी कंपनी के बाजार मूल्य में सबसे बड़ी गिरावटों में से एक है।
ये रकम कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यह भारत HDFC बैंक के कुल मार्केट कैप का लगभग चार गुना है। HDFC बैंक का मार्केट कैप फिलहाल 12.82 लाख करोड़ है।
गिरावट का कारण:
इस गिरावट का मुख्य कारण चीन के स्टार्टअप DeepSeek का नया और किफायती जेनरेटिव एआई मॉडल है। DeepSeek ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म WeChat पर पोस्ट करके दावा किया है कि उसका एआई मॉडल OpenAI की तुलना में 20-50 गुना सस्ता है। इससे Nvidia के महंगे चिप्स की मांग में कमी की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि DeepSeek का चैटबॉट किफायती चिप्स पर भी प्रभावी ढंग से काम करता है।
बाजार पर व्यापक प्रभाव:
Nvidia के शेयरों में गिरावट का असर अन्य तकनीकी कंपनियों पर भी पड़ा। ब्रॉडकॉम के शेयरों में 17.4% की गिरावट आई, जबकि डच कंपनी ASML के शेयर 6.7% तक गिर गए। इसके अलावा, कॉन्स्टेलेशन एनर्जी के शेयरों में भी 20% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
DeepSeek की लोकप्रियता:
चीन के एआई स्टार्टअप DeepSeek का चैटबॉट अमेरिका में एप्पल के ऐप स्टोर पर सबसे अधिक डाउनलोड किया जाने वाला मुफ्त एप्लिकेशन बन गया है। कंपनी का दावा है कि उसने अपने मॉडल को विकसित करने में केवल 5.6 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं, जबकि ओपनएआई, गूगल और मेटा जैसी कंपनियों ने अपने एआई चैटबॉट्स को बनाने में अरबों डॉलर खर्च किए हैं।
किफायती है यूज करना:
OpenAI का 01 प्रति मिलियन इनपुट टोकन $15 चार्ज करता है। डीपसीक का R1 प्रति मिलियन इनपुट टोकन $0.55 चार्ज करता है, जो इसे बाकी से अलग बना देता है। यह काफी सस्ता है। इसका किफायती होना भी एआई मॉडल को सबसे अलग बना रहा है।
चैटजीपीटी से ज्यादा स्कोर:
सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के लिए एक लोकप्रिय ऑनलाइन कम्युनिटी डेव.टू ने कहा कि मुश्किल टास्क को पूरा करने के मामले में इसने 92 प्रतिशत स्कोर किया, जबकि जीपीटी 4 ने 78 प्रतिशत स्कोर किया। मेटा एआई और जैमिनी से भी इसे बेहतर माना जा रहा है।
विशेषज्ञों की राय:
कई अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार ने DeepSeek के उदय पर अत्यधिक प्रतिक्रिया दी है। बी. रिले वेल्थ के मुख्य बाजार रणनीतिकार आर्ट होगन ने इसे ‘पहले गोली मारो, बाद में सवाल पूछो’ जैसी प्रतिक्रिया बताया है। उन्होंने कहा, “कुछ लोग चीनी कंपनी के दावों पर संदेह कर रहे हैं। हर कोई यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि ‘क्या इस पर विश्वास किया जा सकता है?’ और ‘इसका क्या मतलब है।'”
साइबर हमले की आशंका:
DeepSeek ने दावा किया है कि उस पर साइबर हमले हो रहे हैं, जिनका उद्देश्य उसकी तकनीक को नुकसान पहुंचाना या चुराना हो सकता है। इसलिए, स्टार्टअप ने नए उपयोगकर्ताओं के पंजीकरण को सीमित कर दिया है।
टेक दिग्गजों की प्रतिक्रिया:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि चीन के एआई मॉडल DeepSeek की रिलीज अमेरिकी उद्योगों के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए कि हमें प्रतिस्पर्धा पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने DeepSeek के मॉडल को प्रभावशाली बताया है और कहा है कि यह दिखाता है कि एआई की दौड़ बहुत प्रतिस्पर्धी होगी।
निष्कर्ष:
DeepSeek के नए एआई मॉडल ने वैश्विक तकनीकी उद्योग में हलचल मचा दी है, जिससे प्रमुख अमेरिकी तकनीकी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की प्रतिक्रिया अत्यधिक हो सकती है, और समय के साथ स्थिति स्पष्ट होगी।