महालक्ष्मी धाम में हुआ आयोजन, प्रथम प्रति मां महालक्ष्मी को समर्पित
चिड़ावा, 17 मार्च 2025: सनातन आश्रम के प्रणेता वाणी भूषण पंडित प्रभुशरण तिवाड़ी द्वारा रचित ‘श्री रुक्मणि मंगलपाठ’ पुस्तक का विमोचन समारोह महालक्ष्मी धाम पोद्दार पार्क में आयोजित किया गया। इस अवसर पर भगवत जन कल्याण मिशन के अनेक पदाधिकारी एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे। समारोह के दौरान पुस्तक की प्रथम प्रति मां महालक्ष्मी को समर्पित की गई।

रुक्मणि जी का जीवन गाथा का संगीतमय संकलन
रचनाकार प्रभुशरण तिवाड़ी ने पुस्तक के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि रुक्मणि देवी मां महालक्ष्मी का ही अवतार मानी जाती हैं। यह पुस्तक भगवान कृष्ण की परम पटरानी रुक्मणि के जन्म से विवाह तक की संपूर्ण गाथा को दोहा, सोरठा, छंद, चौपाई एवं गीत के माध्यम से प्रस्तुत करती है। तिवाड़ी ने बताया कि इस मंगलपाठ को संगीतमय रूप से महज 2 घंटे में पूरा किया जा सकता है।
तिवाड़ी के मंगलपाठ देश-विदेश में लोकप्रिय
भगवत जन कल्याण मिशन ट्रस्ट के सचिव रामनिवास जांगिड़ ने बताया कि पंडित प्रभुशरण तिवाड़ी ने अब तक सर्वाधिक मंगलपाठ की रचना की है। उनके द्वारा रचित मंगलपाठ देश-विदेश में हजारों श्रद्धालुओं द्वारा पाठ किए जाते हैं।

समारोह में कई गणमान्य लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर वयोवृद्ध आयुर्वेदाचार्य जनार्दन शर्मा, पूर्व पार्षद शिवलाल सैनी, ब्रह्म चैतन्य संस्थान के पूर्व अध्यक्ष राजन सहल, सुरेश शर्मा, शिक्षाविद देवीदत्त शर्मा, महेंद्र मेघवाल, श्याम सुंदर शर्मा, मनीष शर्मा, गिरधर गोपाल महमिया, मेहर कटारिया, अनिल लाम्बीवाला, तेजप्रकाश सोनी, रामनिवास वर्मा, मुकेश सैनी, महेंद्र बदनगढ़िया, रामचंद्र शर्मा, महेंद्र रणवां, विजय सिंह, राजेंद्र सैनी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।