चिड़ावा, 16 अप्रैल 2025: गर्मियों की तपती दोपहरें जहां इंसानों को जल और छांव की आवश्यकता का एहसास कराती हैं, वहीं यह मौसम बेजुबान पक्षियों के लिए भी गंभीर चुनौती बन जाता है। इसी मानवीय संवेदना को आत्मसात करते हुए चिड़ावा के श्री राम परिवार ने एक अनुकरणीय पहल की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य पक्षियों के लिए जल और सुरक्षित आश्रय की व्यवस्था करना है।

पुलिस थाना परिसर से हुआ शुभारंभ
इस अभियान का शुभारंभ चिड़ावा पुलिस थाना परिसर से किया गया, जहां पहले परिंडे और घोंसले लगाए गए। इसके बाद उपखंड कार्यालय परिसर में एसडीएम नरेश सोनी और नायब तहसीलदार बलबीर कुलहरी की उपस्थिति में परिंडे और घोंसले स्थापित किए गए। दोनों अधिकारियों ने इस सकारात्मक कार्य की सराहना करते हुए परिसर में नियमित देखभाल की जिम्मेदारी भी स्वीकार की।
स्वास्थ्य क्षेत्र तक भी पहुंची मुहिम
श्री राम परिवार ने अपने अभियान को केवल सरकारी कार्यालयों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे स्वास्थ्य क्षेत्र में भी विस्तारित किया। भारद्वाज हॉस्पिटल के संचालक सुभाष भारद्वाज को परिंडे और घोंसले सौंपे गए, और अस्पताल परिसर में इनकी स्थापना की गई। अस्पताल प्रबंधन ने इन परिंदों की नियमित देखरेख का आश्वासन दिया।
111 परिंडे-घोंसलों का लक्ष्य
इस मुहिम के अंतर्गत श्री राम परिवार ने कुल 111 परिंडे और घोंसले लगाने का लक्ष्य तय किया है, जिन्हें शहर के सार्वजनिक स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और अन्य सार्वजनिक परिसरों में लगाया जाएगा। इन परिंदों में पीने के पानी की सुविधा के साथ-साथ सुरक्षित घोंसले भी बनाए गए हैं, जिससे पक्षियों को गर्मी से राहत मिलेगी और वे सुरक्षित रूप से निवास कर सकेंगे।

सामाजिक चेतना का संदेश
इस पहल का उद्देश्य केवल पक्षियों की सहायता करना नहीं है, बल्कि समाज में पर्यावरण संरक्षण, पशु-पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता और सामूहिक जिम्मेदारी की भावना को जागृत करना भी है। यह मुहिम आने वाले समय में अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।
समाज का मिला भरपूर समर्थन
इस अभियान में श्री राम परिवार के कई सक्रिय सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:
नवीन सोनी, पवन शर्मा नवहाल, अमित चोटियां, मनोज शर्मा, रजनीकांत मिश्रा, मनीष शर्मा, धर्मेंद्र चेजारा, सुरजीत सैनी, कृष्ण कुमार, मनीष जांगिड़, नितेश जांगिड़, राजेश कुमावत, अमित सैनी (गोलू) और शशिकांत।