चिड़ावा, 21 दिसम्बर 2024: शहर के कबूतर खाना स्थित सरकारी अस्पताल के सामने कल शाम करीब पांच बजे संभवतया ठंड की वजह से एक गौवंश की मृत्यु हो गई।
मृत पड़े गौवंश की सूचना नगरपालिका चिड़ावा को दी गई। सूचना पर लगभग पांच घंटे बाद रात करीब 10 बजे नगरपालिका चिड़ावा ने कचरा संग्रहण करने वाले वाहन को गौवंश की मृत देह उठाने के लिए भेजा।
जिस पर गौरक्षकों व स्थानीय लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। लोगों का कहना था कि गौवंश को कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ी से ले जाना अपमान जनक है।
नगरपालिका सुपरवाइजर मनोज वर्मा व जोन प्रभारी रविन्द्र की समझाइश पर गौरक्षक गौवंश की मृत देह को उठवाने पर सहमत हुए।
भारत लैब के संचालक ने की नमक के बोरों की व्यवस्था
भारत लैब के संचालक पूजन कुमार ने गौवंश के अंतिम क्रियाक्रम के लिए नमक के बोरों की व्यवस्था की। मौके पर मनोज स्वामी अडुका, अनूप भाटी, बाबू वर्मा, अंकित वर्मा, पूजन कुमार, सोनू यादव, सुरेंद्र कुमार, बबलू डाबला, रामचन्द्र सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
भगीनिया जोहड़ में हुई गौवंश का अंतिम क्रियाक्रम
रात करीब साढ़े दस बजे गौरक्षकों की अगुवाई में पूरे विधि-विधान से भगीनिया जोहड़ में मृत गौवंश को मिट्टी दिलवाई गई।
नगरपालिका की लापरवाही
इस घटना से नगरपालिका की लापरवाही उजागर हुई है। गौवंश की मृत्यु के बाद देर से कार्रवाई करने के साथ ही कचरा वाहन से मृत गौवंश को उठाने का प्रयास करना लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है।
लोगों का आक्रोश
इस घटना से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि नगरपालिका को गौवंश के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए और उनकी मृत्यु के बाद समुचित तरीके से अंतिम संस्कार करना चाहिए।