चिड़ावा में आज दुर्गा पूजा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हो गया। भगीणीया जोहड़ में प्रतिमा का विसर्जन करते वक्त डूबने से आका वाली ढाणी के 2 युवकों की मौत हो गई।
प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार नवरात्र पर स्थापित की गई अधिकांश दुर्गा प्रतिमाओं का आज सुबह से ही भगीणीया जोहड़ में विसर्जन किया जा रहा है। चिड़ावा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन भी यहां किया जा रहा था। आका वाली ढाणी के दोनों युवक भी गांव में स्थापित की गई प्रतिमा के विसर्जन के लिए ही जुलूस के साथ यहां पहुंचे थे। विसर्जन के दौरान पैर फिसलने की वजह से यह दर्दनाक हादसा घटित हो गया।
हादसे में दो परिवारों के चिराग बुझ गए। आका वाली ढाणी के भरत पुत्र नत्थूराम सैनी (उम्र 22 वर्ष)और आशीष पुत्र सुरेन्द्र सैनी (उम्र 20 वर्ष) की जोहड़ में डूबने से मौत हो गई।
युवकों को डूबते देख कर जोहड़ पर चीख-पुकार मच गई थी। लोगों ने अपने स्तर पर युवकों को पानी में तलाश करने की कोशिश की, लेकिन पानी की गहराई का अंदाजा ना होने से कुछ पता नहीं लग पाया।
विधायक जेपी चंदेलिया सहित पुलिस व प्रशासनिक अमला पहुंचा भगीणीया जोहड़
दोपहर बाद लगभग 3 बजे हुई इस दुर्घटना की सूचना पर विधायक जेपी चंदेलिया भी मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को रेस्क्यू के लिए चल रही कार्यवाही का जायजा लिया। इस दौरान चिड़ावा एसडीएम बृजेश गुप्ता, तहसीलदार कमलदीप पूनिया, सीआई विनोद सामरिया, पिलानी बीडीओ सुनील कुमार ढाका, चिड़ावा चेयरमैन सुमित्रा सैनी, शिवलाल सैनी, निखिल चौधरी, कैलाश कविया, पटवारी योगेश कुमार, एएसआई रोहिताश्व कुमार, नगरपालिका की टीम से राजकुमार राठी, दिनेश गौड़, सुनिल कुमार, अस्पताल से राकेश कुमार, पार्षद निरंजन लाल सैनी, राजेन्द्र कोच, निखिल चौधरी, समाजसेवी सुरेन्द्र सैनी, मेहर कटारिया चिंटू सहित पुलिस और प्रशासन के अलावा स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में भगीणीया जोहड़ पहुंच गए थे।
विधायक जेपी चंदेलिया ने दोनों युवकों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
सिविल डिफेंस रेस्क्यू फोर्स की टीम ने ढूंढे शव
बाद में सिविल डिफेंस रेस्क्यू फोर्स झुंझुनू शशिकांत झाझड़िया, रवि सैनी, आशीष चौधरी, राकेश ढाका, हरेन्द्र, कपिल श्योराण ने दोनों युवकों की बॉडी को जोहड़ से निकाला। बाद में एम्बुलेंस से उन्हें चिड़ावा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दोनों युवक रिश्ते में भाई, परिवार के इकलौते बेटे थे
हादसे में मृतक दोनों युवक मौसेरे भाई थे और दोनों आका वाली ढाणी के ही निवासी थे। मृतक भरत सैनी (22वर्ष) की चिड़ावा में एम डी स्कूल के सामने जूते चप्पल की दुकान थी। भरत के पिता नत्थूराम सैनी की चिड़ावा में ही चिंकारा कैंटीन के पास चाय की दुकान है। भरत 2 बड़ी बहनों का सबसे छोटा इकलौता भाई था। वहीं आशीष (20 वर्ष) परिवार में भरत की मौसी का ही बेटा था। आशीष के पिता खेती करते हैं और वह खुद अभी पढ़ रहा था और 12वीं कक्षा का विद्यार्थी था। आशीष भी 2 बड़ी बहनों का इकलौता छोटा भाई था। त्यौहार पर दोनों परिवारों की खुशियां मातम में बदल गईं। किसी ने नहीं सोचा था कि नाचते-गाते माता के विसर्जन के लिए जा रहे दोनों युवक कभी वापस नहीं लौटेंगे।