चिड़ावा: शहर में बढ़ती दुकानों में चोरी की वारदातों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतर्राज्यीय बावरिया महिला चोर गैंग का खुलासा कर दिया। पुलिस ने कपड़े की दुकान में दिनदहाड़े चोरी करने के आरोप में राजस्थान और हरियाणा की 5 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। यह गैंग दुकानों में भीड़ बनाकर संगठित तरीके से चोरी को अंजाम देती थी।
8 दिसंबर 2025 को ओमवीर सिंह ने शिकायत दी कि उनकी दुकान में पांच महिलाएं 20 मिनट तक कपड़े देखने के बहाने रुकीं और मौका मिलते ही करीब 12 से 14 हजार रुपये मूल्य के राजपूती परिधान चोरी कर ले गईं। इस पर चिड़ावा थाना पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
थानाधिकारी आशाराम गुर्जर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने CCTV फुटेज खंगाले और रात होते-होते कस्बे में ही संदिग्ध पांच महिलाओं को पकड़ लिया। महिला सुरक्षा के मद्देनजर रात को इन्हें झुंझुनू के सुरक्षा सखी सेंटर भेजा गया और अगले दिन पूछताछ में अपराध स्वीकारने पर गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह दुकानों में खरीददारी का नाटक कर कपड़े अपने पहने कपड़ों में छुपाकर निकल जाता था। अब इनसे अन्य वारदातों को लेकर भी पूछताछ जारी है।
गिरफ्तार महिलाओं में अंगुरी उर्फ लगुड़ी और सुनेहरी देवी उर्फ सुनेरी (दोनों निवासी जखराना, कोटपुतली-बहरोड), ग्यारसी उर्फ ग्यारसो (जखराना कलां), बबीता (भैन्डोली, पलवल हरियाणा) और कृष्णा देवी (महेन्द्रगढ़, हरियाणा) शामिल हैं। ये सभी बावरिया समुदाय से बताई जा रही हैं और एक संगठित चोरी गिरोह के रूप में काम कर रही थीं।
ऑपरेशन में थानाधिकारी आशाराम गुर्जर के साथ ओमप्रकाश सिंह, अमित सिहाग, मुकेश कुमार और अंकित कुमार सहित महिला पुलिसकर्मियों उर्मिला, रोशनी, सबिता तथा वाहन चालक विकास डांगी की सक्रिय भूमिका रही।
पुलिस का मानना है कि यह गैंग कई शहरों में चोरी में शामिल रही है। उनसे कड़ी पूछताछ कर गैंग नेटवर्क और पुरानी वारदातों की जानकारी जुटाई जा रही है।




