चिड़ावा, पिलानी: चिड़ावा और पिलानी सहित जिले में अधिकांश जगह रविवार को सीजन का पहला कोहरा दिखाई दिया। सुबह के समय सड़कों पर घनी फॉग के साथ स्मॉग का भी असर दिखाई दिया। रविवार को जिले का एक्यूआई लेवल भी 163 तक दर्ज किया गया है, जो कि रेड कैटेगरी में आता है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। न्यूनतम तापमान में भी आज गिरावट हुई है, जिसके साथ ठंड भी बढ़ गई है। रविवार को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। हालांकि अधिकतम तापमान 28 डिग्री के पास बना हुआ है।
धुंध के कारण मुख्य मार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ है। वाहन सड़कों पर रेंगते दिखाई दिए। दृश्यता कम होने की वजह से सुबह 9:30 बजे भी मुख्य सड़क मार्गों और बाईपास पर वाहनों को हेड लाइट और फॉग लाइट जला कर ही चलाना पड़ रहा था। कोहरे से जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। कल तक टी शर्ट-शर्ट में घूमते नजर आ रहे लोग आज गर्म कपड़ों और मफ़लर-टोपी से सर्दी से अपना बचाव करते दिखाई दिए। सुबह सड़कों-बाजारों में लोगों की आवाजाही भी अन्य दिनों की अपेक्षा कम है, हालांकि रविवार का अवकाश होने से स्कूल जाने वाले बच्चों ने जरूर चैन की सांस ली है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 2 दिन सुबह और शाम के समय हल्की धुंध बनी रह सकती है। इसके बाद न्यूनतम और अधिकतम तापमान में और गिरावट देखने को मिलेगी।
नगरपालिका पिलानी के पार्षद राजकुमार नायक ने ठंड की शुरुआत को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी से जिले में स्कूलों की टाइमिंग को बदलने की मांग की है। पार्षद राजकुमार नायक ने सर्दियों में सिंगल शिफ्ट में चलने वाले स्कूलों को अब सुबह 10 बजे खोलने और डबल शिफ्ट में संचालित होने वाले स्कूलों की टाइमिंग भी मौसम के अनुरूप बदले जाने की मांग शिक्षा विभाग से की है।
कृषि विशेषज्ञ दिलीप सिंह खीचड़ ने बताया कि अधिकतम तापमान की गिरावट के साथ गेहूं की बिजाई के लिए सही समय है। ऐसे में किसानों को गेहूं की बिजाई का काम 20-21 नवंबर तक कर लेना चाहिए क्योंकि मौसम को देखते हुए 25 नवंबर के बाद खेती-बुवाई शुरू हो जाएगी। ऐसे में गेहूं की बिजाई का यह बिल्कुल सही समय है।