चिड़ावा पंचायत समिति प्रधान इंद्राडूडी के विरुद्ध लाया गया प्रस्ताव आज पारित नहीं हो सका। पिछले 15 दिन से लगातार जो राजनीतिक सरगर्मियां अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चल रही थी, उनमें प्रधान इंद्रा डूडी के विरोधियों को आज मुंह की खानी पड़ी है। विरोधी खेमे के अविश्वास प्रस्ताव में रहस्य, रोमांच, एक्शन, ड्रामा सब कुछ था बस नहीं था तो अविश्वास प्रस्ताव के लिए जरूरी सदस्यों का संख्या बल।
तमाम तरह की बाड़ेबंदी और साम-दाम-दण्ड-भेद के बावजूद 17 सदस्यों के समर्थन का दावा कर रहा प्रधान विरोधी खेमा आज अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान 15 सदस्यों का समर्थन ही जुटा पाया और 1 वोट की कमी से अविश्वास प्रस्ताव आखिरकार खारिज हो गया।
ऐसे चला अविश्वास प्रस्ताव पर घटनाक्रम
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में शामिल होने के लिए प्रधान इंद्रा डूडी अकेले ही आईं थीं, वहीं अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पंचायत समिति सदस्य 2 अलग-अलग ग्रुप में पंचायत समिति पहुंचे थे। प्रधान डूडी के विरोधी खेमे के पहले ग्रुप में 7 सदस्य और दूसरे ग्रुप में 8 सदस्य बहस में शामिल होने के लिए आए थे।
बैठक में सुबह 10:13 बजे प्रधान इंद्रा डूडी सहित कुल 8 सदस्य उपस्थित हुए, जिसके बाद नाम निर्वाचक अधिकारी एसडीएम बृजेश कुमार ने बैठक की कार्यवाही को शुरू कर दिया। बाद में 11:15 बजे 8 अन्य सदस्य भी बैठक में पहुंचे। एसडीएम बृजेश कुमार ने अविश्वास प्रस्ताव को पढ़ कर सुनाया और प्रस्ताव के पक्ष व विपक्ष में हाथ खड़े कर मत विभाजन करवाया गया। प्रस्ताव के विपक्ष में 1 और विपक्ष में 15 मत रहे।
प्रस्ताव के समर्थन और विरोध में सदस्यों का गणित
अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने के लिए कुल 21 सदस्यों में से 16 सदस्यों का समर्थन होना जरूरी था। मगर प्रधान डूडी का विरोधी खेमा 15 सदस्यों का समर्थन ही जुटा पाया था। प्रधान इंद्रा डूडी ने नो कॉन्फिडेंस मोशन का विरोध किया जबकि उप प्रधान विपिन नूनिया (वार्ड नं 7, नूनिया गोठड़ा/लाम्बा गोठड़ा), ख्याली राम (वार्ड नं 9, श्योपुरा), उम्मेद सिंह (वार्ड नं 4, बुडानिया), अनिल रणवा (वार्ड नं 2, नरहड़), विजय कुमार (वार्ड नं 19, गोवला), शीला (वार्ड नं 17, किशोरपुरा), सुमन (वार्ड नं 20 चनाना), अंजू (वार्ड नं 15, सुल्ताना), उम्मेद सिंह (वार्ड नं 16, किठाना), रोहीताश धांगड़ (वार्ड नं 3, धत्तरवालां), रामवतार (वार्ड नं 8, नारी), बसेसरी देवी (वार्ड नं 11, अरड़ावता), अनिता (वार्ड नं 6, बख्तावरपुरा), सुधा (वार्ड नं 5, खुडाना-अलीपुर), पिंकी (वार्ड नं 21, भुकाना) ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया।
ये सदस्य रहे अनुपस्थित
पंचायत समिति सदस्य बनारसी देवी (वार्ड नं 10, ओजटू), मधु (वार्ड नं 12, केहरपुरा कलां), भरत सिंह (वार्ड नं 13, गिडानिया), अमित ओला (वार्ड नं 14, भामरवासी-सारी) और प्रमोद कुमार (वार्ड नं 18, सोलाना) बैठक में अनुपस्थित रहे।
मुस्तैद नजर आया पुलिस प्रशासन
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस को लेकर पुलिस प्रशासन आज पूरी तरह चाक चौबंद नजर आया। एसडीएम बृजेश कुमार गुप्ता को जहां बहस और वोट ऑफ कॉन्फिडेंस मोशन के लिए रिटर्निंग ऑफिसर नियुक्त किया गया था, वहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चिड़ावा सीओ विकास धींधवाल, सीआई विनोद सामरिया भी सुबह से ही सतर्क नजर आए। पूरी तरह जांच होने के बाद ही सदस्यों को बैठक में शामिल होने के लिए अन्दर जाने दिया गया था।
हालांकि इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में एक चूक भी हुई। शीला, शीला चिल्लाते हुए मीटिंग स्थल की ओर जाने की कोशिश कर रहे एक व्यक्ति को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दबोच लिया। खुद को एक बीडीसी मेम्बर का पति बता रहा उक्त व्यक्ति दीवार फांद कर पंचायत समिति परिसर में घुस गया था।
इन नामों की रही विशेष चर्चा
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस और वोटिंग के दौरान क्षेत्र की राजनीति पर पकड़ रखने वाले कुछ नाम ऐसे थे, जिनकी चर्चा हर कोई करता दिखा। सबसे ज्यादा चर्चा झुंझुनू से बीजेपी की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले निशित चौधरी उर्फ बबलू चौधरी के नाम की रही। निशित चौधरी की धर्मपत्नी मधु चिड़ावा पंचायत समिति के वार्ड नं 12 (केहरपुरा कलां) से सदस्य निर्वाचित हैं। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले गुट के रोहिताश्व धांगड़ द्वारा जिन 17 सदस्यों के समर्थन का दावा किया गया था, उनमें मधु निशित चौधरी भी शामिल थीं। लेकिन आज प्रस्ताव पर हुई बहस के दौरान वे उपस्थित नहीं हुईं और आखिरकार अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया।
बबलू चौधरी के अलावा सांसद बृजेंद्र सिंह ओला, भाजपा नेता राजेश दहिया, पूर्व प्रधान कैलाश मेघवाल आदि के नामों की भी चर्चा इस राजनेतिक घटनाक्रम के विभिन्न पहलुओं को लेकर होती रही।