चिड़ावा नगरपालिका मण्डल की बजट बैठक आज पालिका
सभागार में पालिकाध्यक्ष सुमित्रा सैनी की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ईओ रोहित मील ने 153 करोड़ 50 लाख 82 हजार रुपए का बजट पेश किया।
खास बात यह है कि नगरपालिका का इस बार का बजट पूरी तरह नागरिक सुविधाओं के विस्तार पर केन्द्रित रखा गया है। बजट को पालिका क्षेत्र में सफाई व रोशनी व्यवस्था, वार्डों में सड़कों व नालों के निर्माण के अलावा शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों में शौचालयों के निर्माण व स्ट्रीट लाइट्स व अन्य सुविधाओं के विस्तार पर खर्च किया जायेगा।
ईओ रोहित मील ने बजट प्रस्ताव पेश करते हुए बताया कि नागरिकों के लिए पार्क व ओपन जिम के लिए एक करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट का प्रावधान नगरपालिका द्वारा किया गया है। इसके लिए भूमि को चिन्हित कर नगर पालिका द्वारा जल्दी ही काम शुरू किया जाएगा। पंडित गणेश नारायण समाधि स्थल के पास 1 पार्क का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और उसे आमजन के लिए खोल दिया गया है जबकि दूसरे पार्क का निर्माण व सौन्दर्यीकरण कार्य प्रगति पर है। लोगों की मांग को ध्यान में रखते हुए दो और पार्क बनाने का विचार नगरपालिका द्वारा किया जा रहा है।
50 लाख रुपए से बनेगा इंडोर स्टेडियम, ग्रीष्मकालीन खेल भी आयोजित होंगे
चिड़ावा शहर में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के लिए इंडोर स्टेडियम का निर्माण करवाने का निर्णय भी बजट प्रस्ताव में लिया गया है। इस बजट में मिनी इंडोर स्टेडियम निर्माण के लिए 50 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। साथ ही शहरी क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए भी नगर पालिका द्वारा 10 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है।
चिड़ावा महोत्सव के आयोजन के लिए ₹ 50 लाख का बजट
2022 के “चिड़ावा महोत्सव’’ की सफलता को देखते हुए परमहंस पंडित गणेश नारायण की पुण्यतिथि पर आयोजित मेले को भव्य व आकर्षक बनाने का प्रस्ताव भी रखा गया। प्रत्येक दो वर्ष के अंतराल पर “चिड़ावा महोत्सव’’ का आयोजन नगरपालिका द्वारा करवाया जाएगा। इसके लिए इस बजट में “चिड़ावा महोत्सव” के लिए 50 लाख रुपए के
अनुमानित बजट का प्रावधान किया गया है।
सौंदर्यीकरण व रोशनी पर खर्च होंगे 51.50 करोड़ ₹
चिड़ावा शहर के मुख्य मार्गों, सड़कों व चौराहों के सौंदर्यीकरण हेतु अनुमानित 51.50 करोड़ रुपए की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रेषित की जा चुकी है। इस बजट से शहर में डिवाईडर, स्ट्रीट लाइट्स, हाईमास्ट लाईट व साईन बोर्ड आदि लगवाए जाएंगे। साथ ही 1 अप्रैल से नगरपालिका द्वारा पूर्व में जारी डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण कार्य को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए बजट में 2.50 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रावधान किया गया है ।
पार्षदों की नाराज़गी भी सामने आई
नगरपालिका की बजट बैठक के दौरान शहर के विभिन्न मुद्दों को लेकर पार्षद नाराज भी नजर आए। पार्षद योगेंद्र कटेवा ने बैठक में शहर में चौपट हो चुकी सफाई और रोशनी व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की। पार्षद कटेवा ने पट्टों में भ्रष्टाचार का का मुद्दा उठाते हुए बैकडोर से पट्टे जारी करने का आरोप लगाया। कटेवा का कहना था कि नगरपालिका ने सुविधा शुल्क के लिए पट्टा उद्योग चला रखा है। कस्बे में आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए खर्च किए गए 10 लाख रुपए की धनराशि को भी पार्षद कटेवा ने भ्रष्टाचार का ही नया तरीका बताया। पार्षदों के नाम के बोर्ड के लिए प्रति बोर्ड 53 हजार रुपए के खर्च को भी गलत बताया गया। साथ ही गौरव पथ के सौंदर्यीकरण के नाम पर बजट के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार का आरोप भी पार्षद योगेंद्र कटेवा ने लगाया। सफाई कार्य में ठेके पर लगे सफाई कर्मियों के भुगतान में भी भ्रष्टाचार का आरोप पार्षदों ने बैठक के दौरान लगाया। पार्षद राजेंद्र कोच ने भी विकास कार्यों में पार्षदों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। पार्षद मदन डारा ने पेयजल समस्या का मुद्दा उठाया।
बजट बैठक में पार्षद निरंजन लाल सैनी, निखिल चौधरी, गंगाधर सैनी, देवेंद्र सैनी, सम्पत देवी, रजनीकांत मान, अंजू महमिया, सरिता, मंजीत सिंह, रणधीर, राकेश, शशिकांत, आशा देवी, मोनिका पारीक, मुबारक भाटी, रमाकांत सहित अन्य पार्षद भी उपस्थित रहे।