चिड़ावा: चिड़ावा कॉलेज चिड़ावा में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण को ध्यान में रखते हुए करियर गाइडेंस, बैंकिंग सेक्टर और साइबर क्राइम से जुड़े अहम विषयों पर सेमिनार सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बैंकिंग विशेषज्ञों ने छात्रों को रोजगार, फाइनेंस मैनेजमेंट और साइबर फ्रॉड से बचाव को लेकर व्यावहारिक जानकारी दी, जिससे विद्यार्थियों में खासा उत्साह देखा गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आयोजित इस सेमिनार सह कार्यशाला का आयोजन चिड़ावा कॉलेज परिसर में किया गया, जिसकी अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ ऋचा कुलश्रेष्ठ ने की। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को करियर निर्माण, बैंकिंग क्षेत्र में अवसरों और बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यूको बैंक के असिस्टेंट मैनेजर अक्षय कुमार उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि यूको बैंक के कैशियर होशियार सिंह रहे। दोनों अतिथि वक्ताओं ने बैंकिंग सेक्टर में करियर संभावनाओं, वित्तीय अनुशासन, सेविंग्स और लोन से जुड़ी आवश्यक जानकारियों को विद्यार्थियों के साथ साझा किया। वक्ताओं ने बताया कि बैंकिंग क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल समझ आज के समय में बेहद जरूरी हो चुकी है।
सेमिनार के दौरान साइबर क्राइम अवेयरनेस पर विशेष जोर दिया गया। अतिथि वक्ताओं ने ऑनलाइन फ्रॉड, फिशिंग कॉल, फर्जी लिंक और डिजिटल भुगतान से जुड़े जोखिमों की जानकारी देते हुए छात्रों को सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में बढ़ोतरी के बीच जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में एनएसएस प्रभारी अभिषेक सैनी और इतिका जांगिड़ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। सेमिनार के संचालन की जिम्मेदारी नवनीत शर्मा ने निभाई, जिन्होंने कार्यक्रम को सुव्यवस्थित और संवादात्मक बनाए रखा। विद्यार्थियों ने सवाल-जवाब सत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और करियर व फाइनेंस से जुड़े अपने संदेह दूर किए।
इस सेमिनार के माध्यम से विद्यार्थियों को करियर प्लानिंग, बैंकिंग सेक्टर में रोजगार के अवसर, वित्तीय साक्षरता और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर व्यावहारिक दृष्टिकोण मिला। महाविद्यालय प्रशासन ने भविष्य में भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही।





