पिलानी, 2 मार्च 2025: चांद के दीदार के साथ ही आज माह ए रमजान का पहला रोजा शुरू हो गया है। इस्लाम धर्म के सबसे पाक माह रमजान के चांद का दीदार होने पर लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी और मुस्लिम भाई-बहन उत्साह के साथ घरों में रोजा रखने की तैयारियों में जुट गए। रात ही से मस्जिदों में तरावीह भी शुरू हो गई। नरहड़ दरगाह सहित क्षेत्र की अन्य मस्जिदों में सोमवार देर रात को सैंकड़ों लोगों ने रोजे की नीयत से तरावीह की नमाज अता की। देर रात तक मुस्लिमों ने अपने घरों में कुरान ए पाक की तिलावत करते हुए अकीदत पेश की। दरगाह मस्जिद में शाही इमाम नईम रजा ने तरावीह की नमाज अता करवाई।

नरहड़ स्थित सूफी संत हजरत हाजिब शकरबार शाह की दरगाह में रमजान के मुबारक महीने में कई आयोजन होंगे। मुस्लिम धर्मावलंबियों के लिए नरहड़ दरगाह राजस्थान की दूसरी सबसे बड़ी दरगाह है और यहां दरगाह के आस्ताने में इबादत करना रोजेदार बड़ी खुशनसीबी की बात समझते हैं। दरगाह में आज पहले रमजान से ही तमाम रस्मों की अदायगी की शुरुआत हो चुकी है। रहमत और बरकत के इस महीने में रोजेदार अल्लाह से मगफिरत की दुआ करके अपने सभी गुनाहों की माफी मांगते हैं। रमजान का महीना अमन-चैन, भाईचारे व साम्प्रदायिक सौहार्द का पैगाम देता है।
दरगाह में होंगे विशेष आयोजन
शब-ए-बारात के 14वें दिन रमजान का पवित्र महीना शुरू हो जाता है लेकिन इस बार 28 फरवरी, शुक्रवार को चांद दिखाई नहीं देने की वजह से रविवार को रमजान मुबारक की शुरुआत हुई है। इस मौके पर बड़ी संख्या में रोजेदारों ने पहले रोजे की शुरुआत की। रमजान के मुबारक महीने में दरगाह में कई आयोजन होंगे। दरगाह सेवा फाउंडेशन के निदेशक शाहिद पठान ने बताया कि रमजान के पूरे माह फाउंडेशन की तरफ से रोजा इफ्तार का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 26वें रमजान को इफ्तार और सेहरी का विशेष आयोजन होगा।

इफ्तार और सेहरी के लिए कैलेंडर जारी
रमजान में पहला रोजा 12 घंटे 56 मिनट और अंतिम रोजा 13 घंटे 44 मिनट का होगा। इस बार रमजान में 23 मार्च को सबसे छोटा तो 21 अप्रैल को सबसे बड़ा रोजा होगा। दरगाह के शाही इमाम नईम रजा ने बताया कि पहले रोजे की सेहरी का अंतिम समय 5 बजकर 33 मिनट और इफ्तार का समय 6 बजकर 29 मिनट का होगा। जबकि आखिरी रोजे की सेहरी का अंतिम समय 5 बजे और इफ्तार का समय 6 बजकर 44 मिनट पर होगा। रमजान के शुरू होने और इफ्तार और सेहरी को लेकर कैलेंडर जारी कर दिया गया है। कैलेंडर के मुताबिक इस बार रमजान का रोजा 12 घंटे 56 मिनट से लेकर 13 घंटे 44 मिनट तक रखना पड़ेगा। शाही इमाम ने बताया कि रमजान का पाक महीना रोजा रखने के साथ ही आत्मसंयम, इबादत और जरूरतमंदों की मदद और सेवा करने का बेहतरीन मौका देता है।