चिड़ावा: हड़ताल के चलते मनरेगा भुगतान, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, बचत खाता, जमा-निकासी का कार्य और डाक सेवाओं का आदान-प्रदान नहीं हो रहा है।
ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल आज गुरूवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल के चलते डाक शाखाओं में कामकाज ठप हो गया है। हड़ताल के चलते मनरेगा भुगतान, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, बचत खाता, जमा-निकासी का कार्य और डाक सेवाओं का आदान-प्रदान नहीं हो पा रहा है।
जिला कुल्लू ग्रामीण डाक सेवक संघ के अध्यक्ष सुजिंद्र सिंह ने कहा कि इससे पहले भी कई बार सरकार के समक्ष इन मांगों को रखा गया। लेकिन सरकार की ओर से उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया गया है। ऐसे में अब सभी डाक सेवक अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं।
क्या है ग्रामीण डाक सेवकों की मांगें
आपको बता दें कि ग्रामीण डाक सेवक लम्बे समय से अपनी विभिन्न मांगो को लेकर आंदोलनरत हैं। ग्रामीण डाक सेवक संघ की प्रमुख मांग है कि:
- 8 घण्टे की ड्यूटी व पेंशन सहित सभी लाभ दिए जाएं
- नियमित कर्मचारियों के समान 01-01-2016 से TRCA को समयबद्ध कर 12, 24, 36 वर्ष का लाभ कमलेशचन्द्र कमेटी की सिफारिश अनुसार दिया जाए
- डाक सेवकों का सामूहिक बीमा कवरेज 5 लाख रुपये किया जाए
- ग्रामीण डाक सेवकों की ग्रेच्युटी 5 लाख रुपये की जाये
- 180 दिन तक सवैतनिक अवकाश की सुविधा दी जाए
- केन्द्रीय कर्मचारियों के समान सभी मेडिकल सुविधाएं दी जाएं।
ये डाक सेवक हुए हड़ताल में शामिल
चिड़ावा में ग्रामीण डाक सेवकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल में आज कुलदीप धनखड़,संदीप धनखड़, कप्तान सिंह, जगदीश प्रसाद स्वामी, महेश कुमार, संत कुमार, शेखर, अमित कुमार, शीशराम, राजकुमार, महेंद्र सिंह, बजरंग, धर्मपाल सिंह, पृथ्वी सिंह, सचिन कुमार, सीताराम, नारायण सिंह, गौरव, गोवर्धन, इंद्रपाल, धर्मवीर, अंकुर, शेरसिंह, मदन, निधि, विजय सिंह, सुभाष, विनोद शर्मा, प्रदीप सिंह, राकेश, विक्रम, राजेश, शेरसिंह, विश्वंभर, रामनिवास आदि ग्रामीण डाक सेवक शामिल हुए।