मेहसाणा, गुजरात: मेहसाणा जिले के जसालपुर गांव में शनिवार को एक दर्दनाक हादसे में सात मजदूरों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब मजदूर एक निर्माणाधीन फैक्ट्री के भूमिगत टैंक के लिए गड्ढा खोद रहे थे। दोपहर के समय अचानक मिट्टी का भारी ढांचा धंस गया, जिसके नीचे ये मजदूर दब गए। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया। अभी भी तीन से चार अन्य मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस और प्रशासन ने की घटना की पुष्टि
पुलिस इंस्पेक्टर प्रह्लादसिंह वघेला ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया, “अब तक 7 शव बरामद किए जा चुके हैं, और हमें आशंका है कि तीन से चार अन्य मजदूर अभी भी मिट्टी के नीचे दबे हो सकते हैं।” उन्होंने बताया कि निर्माण का काम एक निजी कंपनी के अधीन चल रहा था, और सुरक्षा मानकों की अनदेखी इस दुर्घटना का कारण बनी है।
मेहसाणा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) तरुण दुग्गल ने भी इस हादसे की जानकारी दी और बताया, “कंस्ट्रक्शन साइट पर मिट्टी धंसने की घटना में सात मजदूरों की मौत हो गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है, और फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।”
वीडियो में बयां हुआ दर्द, परिवारों का बुरा हाल
इस घटना के बाद का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें मजदूरों के परिजन रोते-बिलखते नजर आ रहे हैं। उनके चेहरे पर गहरा दुख साफ दिखाई दे रहा है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि घटना के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। स्थानीय निवासियों ने भी बचाव कार्य में मदद की, लेकिन मिट्टी का ढांचा इतना भारी था कि मजदूरों को निकालने में बहुत मुश्किलें आ रही हैं। जेसीबी की मदद से मिट्टी हटाने का काम लगातार जारी है, लेकिन कई घंटे बीतने के बाद भी राहत कार्य पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया है।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी बनी हादसे का कारण
इस घटना ने निर्माण स्थलों पर मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि जिस गड्ढे में मजदूर काम कर रहे थे, वहां सुरक्षा के मानकों की पूरी तरह से अनदेखी की गई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि उचित सुरक्षा उपायों के बिना इतनी गहराई में खुदाई करवाना बेहद जोखिम भरा होता है, और यह हादसा इसी लापरवाही का परिणाम है।
प्रशासन का आश्वासन: भविष्य में नहीं होगी ऐसी घटनाएं
हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और सुरक्षा मानकों को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अधिकारियों ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का भी वादा किया है। मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी, और प्रशासन उन्हें राहत प्रदान करने के लिए हर संभव कदम उठाएगा।