इजरायल: गाजा में इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से जारी हिंसा के बाद संघर्ष विराम समझौते के तहत दोनों पक्षों ने बंधकों और कैदियों की रिहाई का पहला चरण पूरा किया। इस प्रक्रिया में हमास ने 471 दिन बाद तीन इजरायली महिला बंधकों को आज़ाद किया। इसके सात घंटे बाद, इजरायल ने ओफर जेल से 90 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया। इन रिहा किए गए कैदियों में महिलाएं और नाबालिग बच्चे शामिल हैं जिन्हें सुरक्षा कारणों से हिरासत में लिया गया था।
हमास की बंधकों की रिहाई: भावनात्मक पुनर्मिलन
471 दिनों तक हमास के कब्जे में रहीं तीन इजरायली महिलाओं को रविवार को रिहा किया गया। इजरायल पहुंचने पर इन महिलाओं ने अपनी-अपनी माताओं से मुलाकात की। रिहाई में हुई देरी का कारण हमास द्वारा इन महिलाओं के नामों की सूची समय पर न देना था। हमास ने पहले चरण में कुल 33 बंधकों को रिहा करने का वादा किया है।

फलस्तीनी कैदियों की रिहाई में महिलाएं और बच्चे शामिल
ओफर जेल से छोड़े गए 90 फलस्तीनी कैदियों में 69 महिलाएं और 21 किशोर शामिल थे। इन पर पत्थरबाजी और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप थे। इजरायली गोलाबारी और बमबारी में गाजा के उत्तरी क्षेत्र में संघर्ष विराम लागू होने तक की लड़ाई में 13 फलस्तीनी मारे गए।
नेतन्याहू का बयान: “पूरा देश आपको गले लगाता है”
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रिहा हुई महिलाओं का स्वागत करते हुए कहा, “पूरा देश आपको गले लगाता है।” दूसरी ओर, गाजा में फलस्तीनी झंडे लहराते हुए सड़कों पर लोग जश्न मना रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि यह संघर्ष विराम स्थायी शांति की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
समझौते की शर्तें: हर बंधक के बदले 30 कैदी रिहा
समझौते के अनुसार, हर इजरायली बंधक के बदले में इजरायल 30 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। हमास अगले छह हफ्तों में कुल 33 बंधकों को रिहा करेगा। इनमें महिलाएं, बच्चे, 50 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष, बीमार और घायल लोग शामिल होंगे। यह अदलाबदली रेड क्रॉस की देखरेख में होगी। हमास और इस्लामिक जिहाद के पास कुल 98 इजरायली और विदेशी बंधक होने का अनुमान है, जिनमें से कुछ के शव भी हमास के पास हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्विर का इस्तीफा
संघर्ष विराम को लेकर आंतरिक मतभेदों के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्विर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके साथ नेशनलिस्ट रिलीजियस पार्टी के दो अन्य मंत्रियों ने भी इस्तीफा दिया। हालांकि, उनकी पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि वे नेतन्याहू सरकार को गिराने की कोशिश नहीं करेंगे। वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच ने भी विरोध जताया है और कहा कि अगर हमास का पूरी तरह से सफाया किए बिना युद्ध समाप्त होता है, तो वे भी अपने पद से इस्तीफा देंगे।
अमेरिका का इजरायल को समर्थन
डोनाल्ड ट्रंप के मनोनीत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने कहा कि अगर हमास संघर्ष विराम समझौते से पीछे हटता है, तो इजरायल को अपने सुरक्षा हितों के अनुरूप कदम उठाने का अधिकार होगा। अमेरिका ने इजरायल को अपने समर्थन का भरोसा दिलाते हुए कहा कि हमास को गाजा पर शासन करने नहीं दिया जाएगा।