खेतड़ी, 13 नवम्बर 2024: खेतड़ी के बबाई स्थित स्टेट हाइवे 13 पर ऐतिहासिक तालाब में शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन धूमधाम से किया गया। 125 वर्ष पुराना यह तालाब, जो खेतड़ी के प्रसिद्ध पन्ना सागर तालाब के नक्शे पर बना है, ग्रामीणों के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर रहा है। इस आयोजन में शिव परिवार की मूर्तियों की नगर परिक्रमा के साथ प्राण प्रतिष्ठा का शुभारंभ किया गया, जिसमें स्थानीय निवासियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
शिव परिवार की नगर परिक्रमा और विधिवत प्रतिष्ठा
समारोह के दौरान प्राण प्रतिष्ठा से पहले शिव परिवार की मूर्तियों को एक खुले वाहन में नगर भ्रमण करवाया गया। श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह के साथ ओंकारेश्वर भगवान की जयकारों के बीच नगर परिक्रमा में भाग लिया। बाद में पंडित कृष्ण कुमार शर्मा के नेतृत्व में विधिवत पूजा अर्चना कर शिव परिवार की प्रतिष्ठा की गई। प्रतिष्ठा समारोह के बाद हवन एवं महाआरती आयोजित की गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया।
तालाब की ऐतिहासिक महत्ता और वर्तमान स्थिति
यह तालाब तिबारे, जनाना घाट और चारों ओर पक्की दीवारों से सुसज्जित है, तथा पहाड़ों से वर्षा का पानी इसके लिए बनाई गई पक्की नहर के माध्यम से आता था। परंतु वर्षों से जारी अतिक्रमण और देखरेख की कमी के चलते तालाब में पानी का आना बंद हो गया था। पिछले चालीस वर्षों से यह ऐतिहासिक स्थल अपनी पुरानी गौरवशाली स्थिति को पुनः प्राप्त करने के लिए प्रयासरत था। ग्रामीणों ने बताया कि इस तालाब के किनारे स्थित शिव मंदिर की मूर्तियों को भी अराजक तत्वों द्वारा खंडित कर दिया गया था, जिससे यह स्थल असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बन गया था।
ग्राम पंचायत की उपेक्षा और पुनरुद्धार के प्रयास
ग्राम पंचायत गाडराटा में स्थित होने के कारण इस तालाब की दशा में सुधार की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों पर थी, परंतु पूर्व सरपंचों द्वारा इसे उपेक्षित छोड़ दिया गया। बबाई निवासी शिक्षाविद विजेंद्र कुमार सुरोलिया ने जन सहयोग के माध्यम से इस तालाब के जीर्णोद्धार का संकल्प लिया और तालाब की साफ-सफाई, तिबारे की मरम्मत और शिवालय में शिव परिवार की स्थापना का कार्य शुरू किया।
विजेंद्र सुरोलिया के नेतृत्व में तालाब के शिवालय की मरम्मत के साथ, क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए एक आदर्श स्थल के रूप में इसका पुनरुद्धार किया गया। मूर्तियों की प्रतिष्ठा के दौरान पंडितों के सानिध्य में विधिपूर्वक हवन किया गया और तालाब का वातावरण धार्मिक भावनाओं से भर गया।
समारोह में गणमान्य लोगों की उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में बबाई के प्रतिष्ठित नागरिकों सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। रमाकांत तिवाडी, व्याख्याता हवासिंह, अमित शर्मा, महेंद्र तून्दवाल, विजय मिश्रा, पूरणमल कुमावत, नवीन बोछवाल, महिमा कंवर, नरेंद्र बोछवाल, करण बोछवाल, कुलदीप गुर्जर जैसे प्रमुख व्यक्ति इस धार्मिक समारोह में शामिल हुए। सभी ने महाआरती के उपरांत प्रसाद का वितरण किया और तालाब के पुनरुद्धार के लिए सामूहिक प्रयास की सराहना की।