Thursday, June 19, 2025
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खेड़ला के सीआरपीएफ जवान ने कपूरथला में ड्यूटी पर खुद को मारी गोली, मौत: गमगीन माहौल में गांव में किया गया अन्तिम संस्कार

पिलानी के पास खेड़ला गांव के सीआरपीएफ जवान की पंजाब में बुधवार को हुई मौत के बाद आज उसके गांव में अन्तिम संस्कार किया गया। सीआरपीएफ में हेड कॉन्स्टेबल अनिल कुमार हीरणवाल (38 वर्ष) कपूरथला मॉडर्न जेल में ड्यूटी पर था। बुधवार शाम ड्यूटी के दौरान अनिल ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी, जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

सर्विस रिवॉल्वर से चली गोली से हुई मौत

घटना की पुष्टि करते हुए कपूरथला सब-डिवीजन डीएसपी हरप्रीत सिंह ने बताया कि जवान काफी समय से मॉडर्न जेल में तैनात था और पिछले कुछ समय से किसी निजी मामले को लेकर परेशान रहता था। मंगलवार शाम ड्यूटी दौरान हेड कांस्टेबल अनिल की सर्विस रिवॉल्वर से चली गोली से उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना के बाद मृतक जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए कपूरथला के सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार गर्दन पर लगी गोली सर में जा धंसी, जिससे जवान की मौत हो गई। बुधवार, 10 जुलाई को पोस्टमार्टम करवा कर शव आज पैतृक गांव खेड़ला लाया गया था।

पत्नी से हुई थी आखिरी बार बात

बताया जा रहा है कि मंगलवार को आखिरी बार अनिल की मोबाइल पर अपनी पत्नी के साथ बात हुई थी। अनिल की पत्नी अनीता ने बताया कि दिन में 11:30 बजे उनकी वीडियो कॉल पर पति से बात हुई थी। कॉल के दौरान ही अनिल ने पत्नी को बताया कि 1 बजे ड्यूटी जाना है। बाद में शाम 5 बजे उनके पास सीआरपीएफ से कॉल आया, जिस पर अनिल की मौत की सूचना दी गई थी। मृतक हेड कांस्टेबल अनिल के परिवार में पत्नी अनीता (33 वर्ष) के अलावा बेटी अगम (13 वर्ष) और बेटा मयंक (5 वर्ष) हैं, जो गांव में ही रहते हैं।

कपूरथला से शव के साथ आए सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट वीआर डांगी ने बताया कि हेड कांस्टेबल अनिल हीरणवाल सीआरपीएफ में 2003 में भर्ती हुए थे। वे सीआरपीएफ की 245 बटालियन में कार्यरत थे, जिसमें उनकी ड्यूटी कपूरथला मॉडर्न जेल में थी।

बेटे और बेटी ने दी मुखाग्नि

शव जब घर पर पहुंचा तो कोहराम मच गया। परिवार का रो-रो कर बुरा हाल था। पत्नी अनीता को ससुराल की तरफ से परिवार के अन्य लोगों के अन्तिम संस्कार में आने पर आपत्ति थी। इसी वजह से दाह संस्कार में 2 घंटे का विलम्ब हुआ। समझाइश के बाद आखिरकार सैंकड़ों ग्रामवासियों की मौजूदगी में गमगीन माहौल में जवान का अन्तिम संस्कार किया गया जहां शव को मुखाग्नि उनकी बेटी अगम और बेटे मयंक ने दी। इससे पहले शव लेकर आए सीआरपीएफ के जवानों ने सलामी दी और सीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट वीआर डांगी, पिलानी सीआई नारायण सिंह और अनिल कुमार के दोनों बच्चों ने शव को पुष्पांजलि दी।

पत्नी और बच्चों का क्या कहना है

सीआरपीएफ जवान की पत्नी का कहना है कि उसे अभी तक अपने पति का मोबाइल व अन्य सामान नहीं मिला है, और वे फिलहाल नहीं बता सकती कि जो भी हुआ वो क्यों हुआ और कैसे हुआ। हालांकि उन्होंने अपने पति को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। उधर अन्तिम संस्कार के दौरान मृतक जवान की बेटी ने भी अपने परिवार के ही कुछ लोगों पर पिता को मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया है।

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