चिड़ावा, 7 मार्च 2025: खाटू श्याम बाबा के प्रसिद्ध मेले में इस बार श्रद्धालुओं का उत्साह अपने चरम पर है। हजारों की संख्या में भक्त केसरिया निशान के साथ सड़कों पर अपनी आस्था व्यक्त कर रहे हैं। बाबा श्याम के जयकारों से समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया है और पदयात्रियों की टोलियां निरंतर बाबा के धाम की ओर बढ़ रही हैं।
चिड़ावा से श्री श्याम हरि कीर्तन मंडल की भव्य निशान यात्रा
चिड़ावा शहर से श्री श्याम हरि कीर्तन मंडल की 41वीं भव्य निशान यात्रा का शुभारंभ आज सुबह हुआ। श्रद्धालु 31 निशानों के साथ इस यात्रा में शामिल हुए। यात्रा शुरू होने से पूर्व मंदिर महंत राजू शर्मा के सान्निध्य में विधिवत निशान पूजन का आयोजन किया गया। इस दौरान सज्जन मित्तल, महेंद्र मोदी और सोनू मित्तल जैसे प्रमुख श्रद्धालुओं ने निशान पूजन में भाग लिया।

भक्तिमय माहौल में निकली निशान यात्रा
श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम के जयकारों के साथ निशान हाथ में उठाए और पूरे श्रद्धाभाव से यात्रा प्रारंभ की। यह यात्रा चिड़ावा शहर के विभिन्न प्रमुख स्थलों से होकर गुजरी। श्रद्धालुओं का काफिला पुरानी बस्ती, धाबाई जी का टेकड़ा, मुख्य बाजार, कल्याण राय मंदिर, विवेकानंद चौक, राजकला कॉम्प्लेक्स, पुरानी तहसील रोड होते हुए कबूतरखाना बस स्टैंड स्थित डालमिया पेट्रोल पंप तक पहुंचा।
यात्रा के दौरान श्रद्धालु डीजे की धुन पर झूमते हुए और बाबा श्याम के भजनों के साथ झूमते-गाते हुए आगे बढ़ रहे थे। चारों ओर भक्ति और उल्लास का माहौल देखने को मिला।
श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार की व्यवस्था
डालमिया पेट्रोल पंप पहुंचने के बाद सभी श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार की व्यवस्था की गई थी। इसके उपरांत भक्तगण बसों और अन्य वाहनों के माध्यम से खाटू श्याम धाम के लिए रवाना हुए। यात्रा के दोपहर तक खाटू पहुंचने की संभावना है।
खाटू में विशेष आयोजन, श्रद्धालु करेंगे निशान समर्पण
खाटू पहुंचने पर निशान यात्रा का मित्तल भवन में भव्य स्वागत किया जाएगा। यहां पर निशान पूजन और बाबा श्याम की ज्योत लेने की प्रक्रिया संपन्न होगी। इसके पश्चात विशेष आरती का आयोजन होगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे।

शाम के समय सभी श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करेंगे और निशान समर्पित करेंगे। यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव बन चुकी है।
100 से अधिक श्रद्धालुओं ने लिया भाग
इस वर्ष की निशान यात्रा में 100 से अधिक महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिनमें से कई भक्तों के लिए यह पहली यात्रा थी। पहली बार शामिल होने वाले श्रद्धालुओं ने कहा कि बाबा श्याम की कृपा से वे इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बने और यह अनुभव उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा।