वायरल वीडियो: खरगोन जिले के मेनगांव स्थित सरकारी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में बुधवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब विद्यालय की महिला प्राचार्य प्रवीण दहिया और लाइब्रेरियन मधुरानी के बीच कहासुनी ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। विद्यालय परिसर में दोनों महिला शिक्षिकाएं एक-दूसरे के बाल पकड़कर थप्पड़ मारती रहीं और यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई। वीडियो के वायरल होते ही पूरे जिले में सनसनी फैल गई और शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।

वीडियो में कैद हुई शर्मनाक मारपीट
वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि प्राचार्य प्रवीण दहिया और लाइब्रेरियन मधुरानी के बीच तीखी बहस के बाद मामला गाली-गलौज और मारपीट तक पहुंच गया। दोनों महिलाएं एक-दूसरे के बाल खींच रही हैं, थप्पड़ मार रही हैं और मोबाइल फोन से एक-दूसरे की वीडियो रिकॉर्डिंग करते हुए अपशब्दों का प्रयोग कर रही हैं। वीडियो में यह भी दिखा कि प्राचार्य ने लाइब्रेरियन का मोबाइल छीनकर तोड़ दिया और उन्हें दीवार में धक्का दे मारा।
महिला प्रिंसिपल ने लाइब्रेरियन को पीटा… थप्पड़ मारा, मोबाइल फेंका, बाल पकड़कर खींचा; देखेंवीडियो वायरल… https://t.co/hpxjsFmMHK pic.twitter.com/i8sxWGILXB
— Anurag Mishra (@AnuragM41771877) May 3, 2025
सहकर्मी बने मूकदर्शक, मदद की बजाय करते रहे रिकॉर्डिंग
हैरानी की बात यह रही कि घटना के समय विद्यालय के अन्य शिक्षक और कर्मचारी भी वहां मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी हस्तक्षेप करने का प्रयास नहीं किया। उल्टा, कई लोग मोबाइल से वीडियो बनाने में व्यस्त रहे। काफी देर बाद एक महिला कर्मचारी ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन तब तक दोनों महिला शिक्षक एक-दूसरे को चोट पहुँचा चुकी थीं।
थाने पहुंचा मामला, अस्पताल में भर्ती दोनों शिक्षकाएं
घटना के कुछ ही समय बाद प्राचार्य और लाइब्रेरियन अलग-अलग समय पर थाने पहुंचीं और एक-दूसरे के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए। इसके बाद दोनों को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती किया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी चोटों को सतही बताया। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है।
कलेक्टर ने लिया संज्ञान, दोनों को तत्काल प्रभाव से हटाया गया
जैसे ही यह मामला कलेक्टर भव्या मित्तल के संज्ञान में आया, उन्होंने जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त प्रशांत आर्य को तत्काल जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक जांच के आधार पर दोनों महिला शिक्षकों को विद्यालय से हटाकर विभागीय कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी गई है और अंतिम निर्णय रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा।
प्रारंभिक जांच में ईगो और कार्य विभाजन विवाद की पुष्टि
सहायक आयुक्त प्रशांत आर्य ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दोनों के बीच लंबे समय से चल रहे व्यक्तिगत ईगो टकराव और कार्य विभाजन को लेकर मतभेद सामने आए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब तक यौन उत्पीड़न जैसी कोई गंभीर बात सामने नहीं आई है, लेकिन आगे की जांच में सभी बिंदुओं को शामिल किया जाएगा।

लाइब्रेरियन ने लगाए गंभीर आरोप
लाइब्रेरियन मधुरानी ने आरोप लगाया कि प्राचार्य प्रवीण दहिया उन पर झूठे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने का दबाव बना रही थीं। जब उन्होंने मना किया, तो प्राचार्य ने उन्हें धमकाया। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्राचार्य का बेटा विद्यालय परिसर में बिना अनुमति घूमता है और उन्हें अभद्र इशारे करता है। इस संबंध में उन्होंने कमिश्नर कार्यालय में भी शिकायत दर्ज करवाई है।
पहले से विवादों में रहा है एकलव्य विद्यालय मेनगांव
उल्लेखनीय है कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, मेनगांव पहले भी कई बार विवादों में रहा है। यह विद्यालय दिल्ली से संचालित होता है और विद्यार्थियों की शैक्षणिक व आवासीय व्यवस्थाओं पर सालाना 5 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किया जाता है। इसके बावजूद यहाँ पूर्व में छात्रों के उत्पीड़न, अव्यवस्था और प्रशासनिक लापरवाही की कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं। कुछ समय पूर्व छात्रों ने विद्यालय प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन भी किया था।