नॉर्वे, यूरोप: स्वीडन में कुरान जलाने की घटनाओं को अंजाम देने वाला शख्स सलवान मोमिका नॉर्वे में मृत पाया गया है। सोशल मीडिया पर कई लोग इसका दावा कर रहे हैं। मोमिका ने कुरान जलाने की घटनाओं को लेकर दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी थीं। दुनियाभर के मुस्लिम समुदाय के लोग उसका विरोध कर रहे थे। स्वीडन में उसने कई बार इस्लाम और कुरान के खिलाफ प्रदर्शन किए थे।
कौन था सलवान मोमिका?
सलवान मोमिका पहले मुस्लिम था, फिर इसाई बना और बाद में वह नास्तिक बन गया था। 2018 में इराक से स्वीडन पहुंचा मोमिका खुद को एक एक्टिविस्ट कहता था। उसने 2023 में कई मौकों पर कुरान जलाकर इस्लाम का विरोध किया। पिछले साल सितंबर महीने में स्वीडन के माल्मो शहर में जब लोग उसे कुरान जलाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे, तब हिंसा भी भड़क गई थी।
फर्जी दस्तावेजों से स्वीडन में प्रवेश
मुस्लिम देश स्वीडन का इस बात को लेकर विरोध कर रहे थे, जब उसने सलवान मोमिका जैसे लोगों द्वारा फ्री स्पीच की आड़ में कुरान जलाने को जायज माना। स्वीडिश पुलिस ने उसकी नफरती बयानबाजी को लेकर एक चार्जशीट भी दाखिल की थी। स्वीडन ने बाद में बताया कि उसने शरण लेने के लिए फर्जी दस्तावेज दिए थे। बाद में वह नॉर्वे शिफ्ट हो गया था।
मौत की पुष्टि का इंतजार
Radio Genoa ने अपने आधिकारिक हैंडल पर एक पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया है कि मोमिका नॉर्वे में मृत पाया गया। रेडियो ने स्पष्ट किया कि जिस शख्स ने मोमिका की मौत की जानकारी दी थी उसने अपना पोस्ट डिलीट कर लिया है और इस मामले की पुष्टि का इंतजार है।