मौसम से फसल नुकसान, एमएसपी की गारंटी और भूमि अधिग्रहण मुआवजे सहित कई मांगें उठाईं
चिड़ावा, 7 मार्च 2025: चिड़ावा में अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और उपखंड अधिकारी नरेश सोनी के माध्यम से मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने ओलावृष्टि से फसल नुकसान, एमएसपी की कानूनी गारंटी, बिजली सुधार कानून की वापसी और भूमि अधिग्रहण मुआवजे जैसी 10 प्रमुख मांगों को शीघ्र पूरा करने की अपील की।

किसानों की 10 प्रमुख मांगें
- ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा – हाल ही में हुई ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को शीघ्र राहत दी जाए।
- यमुना जल समझौता 1994 लागू हो – झुंझुनू जिले को यमुना जल का निर्धारित हिस्सा मिले।
- भूमि अधिग्रहण मुआवजा – बीकानेर-नीमराना 765 केवीए बिजली लाइन के तहत अधिग्रहित भूमि के बदले चार गुना मुआवजा दिया जाए, जैसा कि भूमि अधिग्रहण कानून 2013 में प्रावधान है।
- रबी फसल 2022-23 का बकाया मुआवजा – किसानों को शीघ्र वितरित किया जाए।
- एमएसपी की कानूनी गारंटी – न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी रूप दिया जाए।
- बाजरे की एमएसपी पर खरीद – बाजरे को उसकी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाए।
- बिजली सुधार कानून 2023 वापस हो – स्मार्ट मीटर योजना भी रद्द की जाए।
- कृषि कानूनों का विरोध – नई राष्ट्रीय कृषि बचत नीति के तहत थोपे जा रहे कृषि कानूनों को समाप्त किया जाए।
- फसल बीमा क्लेम जल्द मिले – सभी किसानों को लंबित फसल बीमा राशि दी जाए।
- समर्थन मूल्य पर कृषि जिंसों की खरीद – प्रत्येक तहसील स्तर पर समर्थन मूल्य पर खरीद केंद्र स्थापित किए जाएं और दूध का समर्थन मूल्य तय किया जाए।
इसके अलावा, किसानों ने चिड़ावा के वार्ड नंबर 12 में पांच नलकूपों को शीघ्र जल टंकी से जोड़ने और शहर में संचालित हुक्का बार को बंद करने की भी मांग की।
कई किसान नेता और प्रतिनिधि रहे मौजूद
इस ज्ञापन सौंपने के दौरान बजरंग लाल बराला, रणधीर ओला, ताराचंद तानाण, महेश पूनिया, करण सिंह गोदारा, राजेंद्र गोदारा, विनोद कुमार शर्मा, महेंद्र सिंह गोदारा, कल्याण सिंह, सुभाष गोदारा, रामानंद, सुमेर धनखड़, जयसिंह भास्कर, अमर सिंह भास्कर, केदार सिंह, जितेंद्र शर्मा, वीरेंद्र कुमार, विक्रम सिंह, राजेंद्र सिंह जांगिड़, विद्याधर धनखड़, उमराव भूकर, अवधेश कुमार, दयाराम, जोरावर सिंह, विमला, सरिता, इंद्रावती, रोशनी, रेखा, सजना, सुभीता, अनीता और विमला सोमरा सहित कई किसान नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी
किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे और सख्त कदम उठाने को मजबूर होंगे।