लंदन: स्पेन के युवा टेनिस सनसनी कार्लोस अलकाराज ने एक बार फिर टेनिस जगत में हलचल मचा दी है। उन्होंने विंबलडन के पुरुष एकल फाइनल में सर्बिया के दिग्गज नोवाक जोकोविच को 6-2, 6-2, 7-6 (7-4) से हराकर लगातार दूसरी बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया है।
यह जीत अलकाराज के करियर का चौथा ग्रैंड स्लैम खिताब है और उन्होंने 21 साल की उम्र में ही टेनिस के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। वहीं, जोकोविच अपने 25वें ग्रैंड स्लैम खिताब से चूक गए और अलकाराज की युवा ऊर्जा के सामने उन्हें झुकना पड़ा।
जोकोविच की चोट और वापसी
फाइनल से कुछ हफ्ते पहले फ्रेंच ओपन में जोकोविच के घुटने में चोट लगने के कारण उन्हें टूर्नामेंट से हटना पड़ा था। सर्जरी के बाद उनकी वापसी संदिग्ध थी, लेकिन उन्होंने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति से फाइनल तक का सफर तय किया।
अलकाराज का दबदबा
मैच की शुरुआत से ही अलकाराज ने जोकोविच को दबाव में रखा। उन्होंने पहले दो सेट आसानी से जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी। तीसरे सेट में जोकोविच ने वापसी की कोशिश की और टाई-ब्रेक तक मुकाबला ले गए, लेकिन अंततः अलकाराज ने ही जीत का स्वाद चखा।
नई पीढ़ी का उदय
अलकाराज की इस जीत ने टेनिस जगत में नई पीढ़ी के उदय का संकेत दिया है। उन्होंने साबित कर दिया है कि वे टेनिस के भविष्य हैं। वहीं, जोकोविच के लिए यह एक बड़ा झटका है, लेकिन उन्होंने अपनी उम्र और चोट के बावजूद एक शानदार प्रदर्शन किया है।
विश्व रिकॉर्ड के करीब
जोकोविच इस जीत के साथ विश्व रिकॉर्ड के करीब पहुंच गए थे। अगर वे यह मैच जीत जाते तो वे पुरुष एकल में सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाले खिलाड़ी बन जाते। लेकिन अलकाराज की युवा ऊर्जा ने उनके इस सपने को चकनाचूर कर दिया।
अलकाराज का दबदबा जारी
अलकाराज ने इस जीत के साथ अपनी लगातार बढ़ती हुई लोकप्रियता को और मजबूत किया है। वे अब टेनिस के सबसे बड़े सितारों में से एक बन चुके हैं और उनसे भविष्य में और भी कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करने की उम्मीद है।