Saturday, June 21, 2025
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कानपुर: नियमों को ताक पर रखकर चल रहे जूता-चप्पल के कारखाने में लगी भीषण आग, दो की जलकर मौत, तीन लापता

कानपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के जाजमऊ क्षेत्र में देर रात भीषण अग्निकांड की दर्दनाक घटना सामने आई है। नियम-कानूनों को दरकिनार कर रिहायशी इलाके में चल रहे चमड़े के जूता-चप्पल बनाने के अवैध कारखाने में रविवार देर रात अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पांच मंजिला इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में दो लोगों की जलकर मौत हो गई, जबकि एक ही परिवार की तीन बच्चियां अब तक लापता हैं।

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आग का कारण शॉर्ट सर्किट, दमकल की 10 गाड़ियां रहीं तैनात

दमकल विभाग के अनुसार, आग रात करीब 12 बजे इमारत की पहली मंजिल पर शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। कुछ ही मिनटों में आग तेजी से फैल गई और तीसरी मंजिल तक पहुंच गई, जहां दानिश नामक व्यक्ति अपने परिवार के साथ रह रहा था। परिवार में पत्नी नाजरीन, बेटियां सारा (15), सिमरा (12) और इनाया (7) मौजूद थीं। आग की लपटों में फंसे परिवार की चीख-पुकार से पूरा इलाका गूंज उठा।

डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने जानकारी दी कि तीसरी मंजिल से दो शव बरामद हुए हैं, जिन्हें एसडीआरएफ टीम ने रात करीब 3 बजे बाहर निकाला। राहत कार्य में 60 से अधिक दमकलकर्मी तैनात किए गए थे।

सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं, न निकास द्वार न अग्निशमन यंत्र

इमारत में न तो आग से बचाव के कोई उपकरण थे, न ही आपातकालीन निकास द्वार। यही नहीं, इमारत जिस गली में स्थित है, वह बेहद संकरी है, जिससे दमकलकर्मियों को घटनास्थल तक पहुंचने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। इमारत के मालिक मो. कासिफ हैं, जिनकी पहली और दूसरी मंजिल पर जूता-चप्पल निर्माण का अवैध कारखाना चलता था। तीसरी और चौथी मंजिल में कासिफ और उनके भाई दानिश का परिवार रहता था। इमारत में लिफ्ट भी लगी थी, जो हादसे के वक्त बंद हो चुकी थी।

तीन धमाकों से दहली इमारत, एलपीजी सिलिंडर फटने की आशंका

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहली मंजिल पर आग लगने के तुरंत बाद तीन तेज धमाके हुए। इसके बाद जब आग तीसरी मंजिल तक पहुंची, तो और दो धमाके हुए। पांच मिनट के अंतराल में तीसरा धमाका हुआ। अधिकारियों का मानना है कि संभवतः एलपीजी सिलिंडर फटने से धमाके हुए। आग ने मात्र 20 मिनट में पांचवीं मंजिल को भी अपनी चपेट में ले लिया।

चीखों से थर्रा उठा इलाका, बुजुर्ग को निकाला गया सुरक्षित

जाजमऊ निवासी मिस्ताहुल हक इसरत इराकी ने बताया कि तीसरी मंजिल पर उनके भांजे दानिश, उनकी पत्नी और तीन बेटियां मौजूद थीं। दानिश के बुजुर्ग पिता अकील को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हादसे के समय इमारत मालिक कासिफ और उनका परिवार जाजमऊ में था। दानिश ने उन्हें फोन पर आग की सूचना दी थी, लेकिन उसके बाद उनका फोन बंद हो गया।

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बचाव अभियान में लगा राज्य आपदा मोचन बल

रात 12:15 बजे हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म लाकर अभियान को तेज किया गया। एक बजे आग पर काबू पा लिया गया था, लेकिन धुएं के कारण दमकलकर्मियों को इमारत के भीतर प्रवेश करने में परेशानी हुई। 1:20 बजे आग दोबारा भड़क उठी और 2:45 बजे इसे पूरी तरह काबू किया जा सका।

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