झुंझुनूं, 23 अप्रैल 2025: नगर निकाय और पंचायती राज संस्थाओं में किए जा रहे नए परिसीमन के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिनेश सूंडा ने किया, जिसमें जिलेभर से आए सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।

कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया और प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वर्तमान भाजपा सरकार राजनीतिक द्वेष के चलते पूर्व में हुए परिसीमन को दरकिनार कर जनप्रतिनिधियों और आमजन की राय के बिना नया परिसीमन लागू करने का प्रयास कर रही है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि सरकार कानून और लोकतंत्र की मर्यादाओं की अनदेखी करते हुए नगर निकाय और पंचायत चुनाव टाल रही है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया बाधित हो रही है और आम नागरिकों में आक्रोश पनप रहा है।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता सभी मिलकर कलेक्टर से संवाद करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन द्वारा केवल 10 प्रतिनिधियों को मिलने की अनुमति दी गई। इस फैसले से नाराज कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर ही धरने पर बैठ गए। लगभग 20 मिनट तक नारेबाजी और धरना चलता रहा, जिसके बाद प्रशासन की समझाइश पर प्रदर्शन शांत हुआ।

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए दिनेश सूंडा ने कहा कि सरकार संविधान और जनभावनाओं का अपमान कर रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में परिसीमन की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी थी, बावजूद इसके नए सिरे से परिसीमन लागू करना जनविरोधी कदम है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द ही जनता की राय का सम्मान नहीं किया, तो कांग्रेस प्रदेश स्तर पर आंदोलन करेगी।
प्रदर्शन में जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के अलावा कई ब्लॉक अध्यक्ष, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस और एनएसयूआई से जुड़े कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।