Saturday, June 21, 2025
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करणी सेना प्रमुख गोगामेड़ी की हत्या में आतंकी गोल्डी बराड़ का हाथ, एनआइए ने चार्जशीट में लगाए आरोप, पिलानी के अशोक मेघवाल ने उपलब्ध करवाए थे हथियार

जयपुर 06 जून: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में एनआइए ने बुधवार को चार्जशीट (आरोप पत्र) पेश कर दी। एनआइए की ओर से आरोपित एक दर्जन लोगों में आतंकी गोल्डी बराड़ का भी नाम शामिल है। एनआइए की जांच में गोगामेड़ी हत्याकांड के पीछे आतंकी और गैंगस्टर की मिलीभगत होने की पुष्टि हुई है।

एनआइए मामलों के जयपुर स्थित न्यायालय में पेश की गई चार्जशीट में एनआइए ने बताया कि गोगामेड़ी की हत्या में आतंकी गोल्डी बराड़ और कई कुख्यात गैंगस्टर शामिल हैं। पिलानी के गांव झेरली के अशोक मेघवाल ने हत्या के लिए हथियार उपलब्ध करवाए थे।

पिलानी के अशोक मेघवाल की भूमिका

पिलानी के गांव झेरली निवासी अशोक मेघवाल को 3 जनवरी 2024 को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया था। एनआईए ने बड़ी कार्रवाई में अशोक मेघवाल को 8 पिस्तौल और 16 मैगजीन सहित पकड़ा था। इससे पहले भी वह 22 हथियार सप्लाई कर चुका था। सूत्रों के अनुसार, अशोक मेघवाल रोहित गोदारा के लिए भी अवैध हथियार सप्लाई करता था। एनआईए ने अशोक मेघवाल पर आरोप तय किया है कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में उसने ही हथियार उपलब्ध करवाए थे।

चार लोग अब भी फरार

गोगामेड़ी की पांच दिसंबर, 2023 को जयपुर स्थित उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में दो अन्य नवीन शेखावत एवं अजीत सिंह की भी मौत हो गई थी। एनआइए ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया था जबकि चार लोग अभी भी फरार हैं। फरार लोगों में गोल्डी बराड़, गैंगस्टर महेंद्र कुमार, रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण शामिल हैं।

आरोपितों की पहचान

एनआइए ने चार्जशीट में राजस्थान, हरियाणा और पंजाब से संबंधित सभी एक दर्जन पहचाने गए आरोपितों का जिक्र किया है। एनआइए की जांच में पाया गया कि रोहित गोदारा इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड था। उसने गोल्डी बराड़ और वीरेंद्र चारण के साथ मिलकर साजिश रची थी। हत्या के बाद रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने जिम्मेदारी ली थी।

हत्या की घटना

रोहित राठौड़ और नितिन ने गोगामेड़ी के घर में घुसकर उन पर फायरिंग की थी। नितिन मुख्य आरोपित है जिसने फायर किया था। एनआइए की जांच में यह भी पता चला है कि पिलानी के अशोक मेघवाल ने हत्या के लिए हथियार उपलब्ध करवाए थे। साथ ही, महेंद्र कुमार और उसकी पत्नी पूजा सैनी ने नितिन को रहने के लिए जगह उपलब्ध करवाई थी।

एनआइए की इस चार्जशीट से स्पष्ट हो गया है कि गोगामेड़ी हत्याकांड में आतंकी और गैंगस्टर की मिलीभगत थी और इस गंभीर मामले में कई लोगों की संलिप्तता पाई गई है।

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