नई दिल्ली/ कनाडा: रूबी ढल्ला भारतीय मूल की कनाडाई राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने 14 वर्ष की आयु से लिबरल पार्टी के साथ काम किया है। वह एक सफल व्यवसायी, डॉक्टर, तीन बार की सांसद, मोटिवेशनल स्पीकर, और पूर्व मॉडल भी हैं। उनका जन्म कनाडा के विनिपेग शहर में अप्रवासी माता-पिता के घर हुआ था। रूबी का मानना है कि उनकी सफलता कनाडा में उपलब्ध अवसरों का परिणाम है।
कनाडा की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी
22 जनवरी 2025 को, रूबी ढल्ला ने आधिकारिक रूप से लिबरल पार्टी के नेता और कनाडा के प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। यदि वह चुनी जाती हैं, तो वह कनाडा की पहली अश्वेत महिला प्रधानमंत्री बनेंगी। उनका अभियान “कनाडा की वापसी अब शुरू होती है” के नारे पर केंद्रित है, जिसमें वह देश की अर्थव्यवस्था, बढ़ती आवास लागत, अपराध दर, खाद्य कीमतों, और अमेरिकी टैरिफ जैसी चुनौतियों का समाधान करने पर जोर देती हैं।
भारत के प्रति दृष्टिकोण
रूबी ढल्ला भारत-कनाडा संबंधों को मजबूत करने की पक्षधर हैं, विशेष रूप से कनाडा में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों को देखते हुए। वह मानती हैं कि कनाडा को अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम करने के लिए भारत सहित अन्य देशों के साथ साझेदारी की संभावनाओं का पता लगाना चाहिए।
विवादास्पद बयान
हाल ही में, रूबी ढल्ला ने अवैध अप्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि कनाडा में 5 लाख से अधिक अवैध अप्रवासी रह रहे हैं, जो सही नहीं है। अप्रवासी की बेटी होने के नाते, वह उनके योगदान को समझती हैं, लेकिन अवैध अप्रवास और मानव तस्करी पर रोक लगाने की आवश्यकता पर जोर देती हैं। उन्होंने वादा किया है कि प्रधानमंत्री बनने पर वह अवैध अप्रवासियों को उनके देश वापस भेजेंगी।
अन्य उम्मीदवार
लिबरल पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए अन्य उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा की है, जिनमें पूर्व बैंकर मार्क कार्नी, पूर्व वित्त मंत्री और उप-प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड, जैमे बैटिस्ते, करीना गोल्ड, और फ्रैंक बेलिस शामिल हैं।
रूबी ढल्ला की उम्मीदवारी कनाडा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकती है, विशेष रूप से भारतीय समुदाय के लिए। उनकी नीतियां और दृष्टिकोण आने वाले समय में देश की दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।