नई दिल्ली: वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 को लेकर देशभर में कानूनी और राजनीतिक स्तर पर बड़ा घमासान मच गया है। जहां सुप्रीम कोर्ट में इस कानून की वैधता को लेकर सुनवाई पूरी हो चुकी है और फैसला सुरक्षित रख लिया गया है, वहीं AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस कानून को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।

ओवैसी का आरोप: “मस्जिदों को सरकार की प्रॉपर्टी बनाया जा रहा है”
ओवैसी ने बयान दिया कि वक्फ अधिनियम में संशोधन के जरिये केंद्र सरकार मुसलमानों की मस्जिदों और सम्पत्तियों पर अधिकार जमाना चाहती है। उन्होंने कहा:
“ये कानून कहता है कि हम उस मस्जिद को मस्जिद नहीं मानेंगे, सरकार की प्रॉपर्टी बना देंगे। संसद के सामने वाली मस्जिद तक को सरकार हड़पना चाहती है। क्या हमारी आस्था, आस्था नहीं है?”
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार की नीयत मुस्लिम सम्पत्तियों पर कब्जा करने की है और यह अधिनियम “मुस्लिम दुश्मनी की बुनियाद” पर बनाया गया है।
क्या हमारी आस्था, आस्था नहीं है?pic.twitter.com/BkXWxvNgzN
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 22, 2025
सुप्रीम कोर्ट में 5 याचिकाओं पर सुनवाई, फैसला सुरक्षित
सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को इस कानून के खिलाफ दाखिल 5 याचिकाओं पर सुनवाई पूरी हो गई। इनमें एक याचिका AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी द्वारा दायर की गई है। याचिकाकर्ताओं ने कानून को मुस्लिम समुदाय के संवैधानिक और धार्मिक अधिकारों के खिलाफ बताया है।
याचिकाओं में यह तर्क दिया गया कि वक्फ की सम्पत्तियों को सरकार द्वारा एकतरफा तरीके से अधिग्रहित करना गैर-संवैधानिक है और यह “गैर-न्यायिक प्रक्रिया” है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और संबंधित पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।
केंद्र सरकार की सफाई
केंद्र सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट में यह दलील दी कि वक्फ अधिनियम 2025 में संशोधन मुस्लिम समुदाय के हितों की रक्षा और वक्फ सम्पत्तियों की पारदर्शी निगरानी के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि यह अधिनियम धार्मिक स्थलों पर सरकार का कब्ज़ा स्थापित करने के लिए है।

राजनीतिक हलचल और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
ओवैसी के बयानों के बाद सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर तीखी बहस छिड़ गई है। ट्विटर पर हैशटैग #WaqfAmendment2025 और #OwaisiVsGovt ट्रेंड कर रहा है। कई मुस्लिम संगठनों ने ओवैसी के रुख का समर्थन किया है, वहीं भाजपा नेताओं ने इसे “गुमराह करने वाला बयान” करार दिया है।
ओवैसी का दावा: “हमारी जमीनें कब्जाई जा रही हैं”
ओवैसी ने कहा:
“बीजेपी वाले पूरे मुल्क में झूठ फैला रहे हैं कि वक्फ की आमदनी बढ़ेगी, जबकि सच्चाई ये है कि हमारी जमीनें कब्जाई जा रही हैं और मस्जिदों पर निगाह है। ये कानून कहता है कि हम उस मस्जिद को मस्जिद नहीं मानेंगे।”