भुवनेश्वर, ओडिशा: ओडिशा के तटीय जिलों में गुरुवार रात भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ ने दस्तक दी, जिसके कारण कई क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी बारिश से तबाही मची। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात के प्रभाव से हवाओं की गति 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई। भद्रक, बालासोर, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में स्थिति और गंभीर हो गई, जब तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा शुरू हुई।
चक्रवात के दौरान तेज हवाएं और भारी बारिश से प्रभावित तटीय क्षेत्र
आईएमडी के अधिकारियों ने बताया कि ‘दाना’ चक्रवात के तटीय क्षेत्रों से टकराने की प्रक्रिया रात में शुरू हो गई थी और इसके शुक्रवार सुबह तक जारी रहने की संभावना थी। चक्रवात के कारण भद्रक, बालासोर और केंद्रपाड़ा जिलों में हवा की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ गई, जिससे कई जगहों पर पेड़ उखड़ने और क्षति होने की खबरें मिली हैं। हालांकि, अब तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात के प्रभाव और उससे निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि लगभग 5.84 लाख लोगों को पहले ही तटीय जिलों के निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है, जिससे जान-माल का अधिक नुकसान टाला जा सके।
आईएमडी की चेतावनी: शुक्रवार सुबह तक हवाओं की गति और बढ़ने की संभावना
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात ‘दाना’ से तटीय इलाकों में शुक्रवार सुबह तक हवाओं की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। समुद्र में तेज लहरें उठने के कारण समुद्र तटीय क्षेत्रों में ज्वार-भाटे की स्थिति बनी हुई है, जिससे कुछ इलाकों में दो मीटर ऊंची लहरें उठने की संभावना है।
बंगाल में भी तूफान का असर, दक्षिण क्षेत्रों में भारी बारिश
चक्रवात के असर से न केवल ओडिशा बल्कि पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्सों में भी भारी बारिश और तेज हवाएं देखी गईं। दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर के कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है।
भुवनेश्वर और कोलकाता हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन प्रभावित
भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार सुबह आठ बजे परिचालन बहाल किया गया। चक्रवात के कारण विमानों का परिचालन 24 अक्टूबर की शाम से निलंबित कर दिया गया था। वहीं, कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी बृहस्पतिवार शाम से शुक्रवार सुबह तक परिचालन बंद रखा गया।
रेल और पोत सेवाओं पर पड़ा असर
तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण दक्षिण पूर्व रेलवे (SER) ने 23 से 27 अक्टूबर के बीच 170 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया है। साथ ही कोलकाता बंदरगाह पर पोतों की आवाजाही भी एहतियातन शुक्रवार शाम तक रोक दी गई है।
भारी बारिश और बाढ़ का खतरा बना हुआ
मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल के प्रभावित क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बालासोर, मयूरभंज, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में विशेष रूप से अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और राहत व बचाव कार्यों के लिए टीमें तैनात की गई हैं।
चक्रवात ‘दाना’ के कमजोर पड़ने की संभावना है, लेकिन अभी भी तटीय इलाकों में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। IMD ने चेतावनी दी है कि चक्रवात के प्रभाव से शुक्रवार तक भारी बारिश और तेज हवाएं जारी रह सकती हैं।